बिहार में जारी बाढ़ के कहर के बीच सीएम नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की है. नीतीश कुमार ने पटना के एक अणे मार्ग स्थित आवास में ये बैठक की. इस बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय झा सहित विभाग के कई आलाधिकारी भी मौजूद थे. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में सीएम ने बाढ़ की समीक्षा करने के साथ ही विभागीय मंत्री समेत अधिकारियों को कई ज़रूरी दिशा निर्देश दिया.
पहले ये बैठक आज शाम में होनी थी. बिहार में आई बाढ़ का जायजा सूबे के जल संसाधन मंत्री पल-पल ले रहे हैं. बाढ़ से बचाव के लिए पटना से सटे बिहटा से NDRF की एक टीम दरभंगा रवाना की गई है. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने बताया कि बाढ़ और बारिश की जानकारी हर पल ली जा रही है. साथ ही अधिकारियों को किसी तरह की कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया गया है. मंत्री ने कहा कि नेपाल में लगातार हो रही बारिश से हालात खराब हुए हैं. मालूम हो कि बिहार में बाढ़ से अभी तक पांच लोगों के मौत की खबर है लेकिन आधिकारिक पुष्टि दो की ही हो सकी है.
बिहार के छह जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. कई इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है तो वहीं रेल यातायात भी बाधित है. लोग अपने सामान, बच्चे और मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर रहे हैं. आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि लोगों को खाने पीने में कोई दिक्कत नहीं हो इसको लेकर सामुदायिक रसोई बनाए जा रहे हैं.
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक सूबे के शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया और किशनगंज बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं. उन्होंने कहा कि पूरे हालात पर सरकार की नजर है और बाढ़ से प्रभावित इलाकों में सरकार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है. सरकार की तरफ से बनाए गए रिलीफ कैंपों ने काम करना शुरु कर दिया है और बाढ़ पीड़ितों को पूरी मदद पहुंचायी जा रही है.