लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला जारी है. इसी बीच कभी समाजवादी पार्टी की नेता रहीं जयाप्रदा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. अभिनेत्री और पूर्व सांसद जयाप्रदा मंगलवार को बीजेपी में शामिल हुईं. बताया जा रहा है कि बीजेपी उन्हें यूपी के रामपुर से लोकसभा उम्मीदवार बना सकती है, जहां से सपा के आजम खान भी उम्मीदवार हैं. यानी सब कुछ सही रहा तो जयाप्रदा और आजम खान के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है. बता दें कि आमज खान और जयाप्रदा के बीच पिछले कई सालों से मतभेद रहे हैं. बीजेपी के महासचिव और राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में जयाप्रदा ने बीजेपी का दामन थामा.
जयाप्रदा ने सदस्यता ग्रहण करते वक्त कहा कि पीएम मोदी के हाथ में देश सुरक्षित है. इस दौरान उन्होंने अमित शाह को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि अब तक जो काम किया, मैंने वह दिल से किया. समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता एवं राज्यसभा सदस्य अमर सिंह की करीबी सहयोगी जयाप्रदा सपा के टिकट पर रामपुर से सांसद रह चुकी हैं.
जयाप्रदा ने कहा कि चाहे फिल्मी करियर की बात हो या राजनीतिक, यह मेरे जीवन का सबसे अहम पल है. मैंने हमेशा दिल से काम किया. आज मुझे बीजेपी में काफी सम्मान के साथ सदस्यता मिली है. मैं सबका धन्यवाद करना चाहती हूं. मैंने पहले एऩटीआर के साथ काम किया, चंद्रबाबू नायडू के साथ काम किया तब जाकर सपा में शामिल हुई और मुलायम यादव के साथ काम किया. पहली बार मैं राष्ट्रीय पार्टी की हिस्सा हूं और मैं उस पार्टी में हूं जहां नेताओं के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दा होता है. मैं पीएम मोदी और अमित शाह का शक्रिया करती हूं.
इससे पहले साल 2014 में जया प्रदा ने अजित सिंह की आरएलडी का दामन थाम लिया था. 2009 में जया प्रदा ने रामपुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन एसपी नेता आजम खान से मतभेदों के चलते जया प्रदा का सपा में उस वक्त टिकट नहीं मिल पाया था.
जयाप्रदा ने मुंबई में क्वींसलाइन लिटरेचर फेस्टिवल में बातचीत के दौरान दावा किया था, ‘जिस परिस्थिति में मैं एक महिला के तौर पर आजम खान के साथ चुनाव लड़ रही थी, उस समय मुझ पर तेजाब हमला करवाया गया और मेरी जान को खतरा था…जब कभी मैं घर से बाहर जाती मैं अपनी मां को यह भी नहीं बता सकती थी कि मैं जिंदा लौटूंगी या नहीं’. उन्होंने कहा कि उनका समर्थन करने को उस वक्त कोई नेता सामने नहीं आया.
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. इस बार कुल सात चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं. पहला चरण 11 अप्रैल को जबकि अंतिम चरण 19 मई को होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. इस बार भी ऐसे मतदाताओं की संख्या बड़ी है जो पहली बार वोट डालेंगे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान करनेवालों की संख्या लगभग 90 करोड़ होगी. उन्होंने आगामी चुनाव को लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार बताया. उन्होंने कहा कि इस बार लगभग 10 लाख मतदान केंद्र होंगे, जो 2014 के आम चुनाव में रहे नौ लाख से अधिक है. कुल मतदाताओं में 1.50 करोड़ मतदाता 18-19 साल उम्र के होंगे. उन्होंने कहा, “निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए एक बहुत ही व्यापक तैयारी की है.
उत्तर प्रदेश में 80 सीटें, 7 चरणों में मतदान
11 अप्रैल: गौतमबुद्ध नगर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, सहारनपुर
18 अप्रैल: अलीगढ़, अमरोहा, बुलंदशहर, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी, नगीना
23 अप्रैल: मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत
29 अप्रैल: शाहजहांपुर, खेड़ी़, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कनौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी, हमीरपुर
6 मई: फिरोजाबाद, धौरहरा, सीतापुर, माेहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा
12 मई: सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही
19 मई: महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सालेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज