News Agency : एक तरफ देश का नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए twenty six अप्रैल को राजस्थान के अलवर में मतदान हो रहे थे। वहीं दूसरी तरफ एक मासूम औरत के साथ दरिंदगी हो रही थी। लेकिन मतदान की वोटों के शौरगुल में महिला की दर्द से भरी चीख किसी के कान में नहीं पहुंची। पांच दरिंदों ने तीन घंटे तक महिला के पति के सामने महिला के साथ बारी- बारी से बलात्कार किया। ये पांच दरिंदे यहीं तक सीमित नहीं रहें उन्होंने हैवानियत की सभी सीमा को पार करते हुए इस पूरी वारदात का वीडियो बनाया। महिला के साथ कि गई अश्लीलता को कैमरे में कैद किया गया ताकी ब्लैकमेल करके पैसा वसूला जा सके।
ये सब कुछ घटा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नाक के नीचे। महिला सुरक्षा का दम भरके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार के अधीन पुलिस ने इस मामले शिकायत हफ्तेभर बाद की। राजस्थान के अलवर में एक पति पत्नी का जोड़ा बाइक पर सवार होकर कहीं बाहर निकला था। अचानक इस बाइक को five लोगों ने रास्ते में घेर लिया। बाइक को रोक कर ये पांच लोग पति-पत्नी को खींच कर एक सुनसान जगह ले गये। four लोगों ने पति कों जोर से पकड़ा हुआ था, वहीं पत्नी का रो- रो कर बुरा हाल था वो इन दरिंदों से पति को छोड़ने की विनती कर रही थी लेकिन ये दरिंदे तो कुछ और ही करना चाहते थे।
पांचो में से एक ने पत्नी के पास आकर उसके साथ ज़्यादती करने लगा। महिला के सारे कपड़े फाड़ दिये गये, और बारी- बारी इन पांचों ने पति के सामने महिला के साथ सामुहिक बलात्कार किया। इस पूरी घटना का उनमें से एक व्यक्ति पूरा वीडियो बना रहा था। ताकि इस वीडियो के ज़रिए उन्हें धमकाया भी जाए और ब्लैकमेल भी किया जाए। महिला चीखती रही- लेकिन उनकी चीख की आवाज किसी के कानों में नहीं गई क्योंकि वो इलाका काफी सुनसान था। पुलिस भी गश्त पर नहीं गई थी। क्योंकि वोटिंग के चलते सभी पुलिस वालों पोलिंग बूथ पर ड्यूटी पर थे। सामुहिक बालात्कार करने के बाद माहिला और उसके पति को वहीं छोड़ दिया गया। और धमकाया गया कि अगर शिकायत की तो ये वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। बेबसी देखिए की वीडियो वायरल होने के डर से पति गैंगरेप पीड़ित पत्नी के साथ चार दिनों तक अपने ही घर में कैद रहा।
मगर, आख़िरकार वो भी हो गया, जो कतई नहीं होना चाहिए था। गैंगरेप का ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोकसभा चुनाव के लिए जब राजस्थान में वोट डाले जा रहे थे, उस समय अलवर पुलिस दलित महिला के साथ तीन घंटे तक हुए गैंगरेप पर पर्दा डालने में लगी थी। अलवर पुलिस ने राज्य के आला पुलिस अधिकारियों को भी इस दरिदंगी के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी, जबकि घटना का विडियो जंगल में आग की तरह सोशल मीडिया में फैल गया था। इस बीच गैंगरेप के खिलाफ जयपुर में जोरदार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। ये लोग सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और दोषी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त ऐक्शन की मांग कर रहे हैं।