राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने बिहार में बालिका गृहों में कथित कुव्यवस्था को लेकर प्रदेश कीनीतीश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने सोमवार को आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद प्रदेश के आश्रय गृहों में जो कुछ भी हो रहा है वह पूरी तरह से अमानवीय और भयानक है. लालू ने सोमवार को ट्वीट कर कहा ‘सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद बिहार के आश्रय घरों में जो कुछ भी हो रहा है वह पूरी तरह से अमानवीय और भयानक है. गरीब मासूम बच्चियों के साथ लगातार दुर्व्यवहार, उत्पीड़न, मारपीट और बलात्कार हो रहे हैं. अगर नीतीश सरकार उच्चतम न्यायालय की नहीं सुन रही है तो वे और किसकी सुनेंगे’?
बता दें, मुजफ्फरपुर स्थित एक बालिका गृह जहां लड़कियों का यौन शोषण किए जाने का मामला पिछले साल प्रकाश में आया था, की जांच सीबीआई उच्चतम न्यायालय की निगरानी में कर रही है. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी ने सोमवार को ट्वीट कर आरोप लगाया ‘मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड की पीड़ित और गवाह लड़कियां भागी नहीं थी जैसा मैंने कहा था उन्हें एक साज़िश के तहत भगाने की पटकथा लिखी गयी है ताकि सत्ता शीर्ष पर बैठे सफेदपोशों को बचाया जा सके. कौन है वो बड़ा नेता और अधिकारी जो लड़कियों का शोषण करता था’?
इस मामले की जांच कर रहे पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुनिल कुमार ने अपनी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंप दी है. बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वार पांडेय ने सोमवार को कहा कि उन्हें जो जानकारी दी गयी है उसके अनुसार लडकियों के उक्त बालिका गृह की खिड़कियों के जरिए भागने की जो बात बतायी गयी, उसमें सच्चाई नहीं प्रतीत होती है. ऐसा लगता है कि जरूर किसी न किसी पदाधिकारी की मिलीभगत से बालिका गृह के मुख्यद्वार से लडकियां निकाली गयीं. उन्होंने कहा कि हम पूरी रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं और उसका अध्ययन कर समाज कल्याण विभाग को बताएंगे और कार्रवाई करना उनके हाथ में है.