लखनऊ: राहुल गांधी ने उड़ाया राफेल, ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाए

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजधानी लखनऊ में रोड शो जारी है. इस बीच रोड शो के दौरान राहुल गांधी ने लालबाग चौराहे पर कार्यकर्ताओं के हुजूम को संबोधित किया. राहुल गांधी ने राफेल का मुद्दा उठाते हुए ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाए और कहा कि जब तक यूपी में कांग्रेस की सरकार नहीं बनती हम चैन से नहीं बैठेंगे.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामानांतर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाए. राहुल गांधी ने कहा कि अब हम फ्रंट फुट पर खेलेंगे और जब तक कांग्रेस की सरकार यूपी में नहीं बनती चैन से नहीं बैठेंगे. राहुल ने कहा कि यूपी भारत का दिल है, मैंने प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को महासचिव बनाया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 महत्वपूर्ण है, लेकिन उनका लक्ष्य (प्रियंका और सिंधिया) कांग्रेस की विचारधारा को फैलाना और यूपी में सरकार बनाना है.

गौरतलब है कि महासचिव का कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पहली बार उत्तर प्रदेश आगमन पर लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से कांग्रेस मुख्यालय तक रोड शो का आयोजन किया गया. इस मौके पर राहुल गांधी स्वयं अपने दोनों महासचिवों के साथ लखनऊ पहुंचे. राफेल के मुद्दे पर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर रहे राहुल ने रोड शो में राफेल का प्लेकार्ड भी लहराया. जाहिर है कांग्रेस अध्यक्ष राफेल सौदे को जन-जन का मुद्दा बनाना चाहते हैं. क्योंकि राजनीतिक विश्लेषक कह रहे थे कि राफेल का मुद्दा जनता को छू नहीं रहा.

राहुल गांधी ने लखनऊ के मशहूर हजरतगंज चौराहे पर भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और बाबासाहेब अम्बेडकर और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष ने यूपी में दो प्रभारी महासचिव नियुक्त किए हैं. जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को दी गई है तो वहीं पश्चिमी यूपी का प्रभार ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपा गया है.

कांग्रेस पार्टी ने प्रशासनिक दृष्टिकोण से यूपी के 18 मंडलों को पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 9-9 मंडलों में बांटा है. इस लिहाज से प्रियंका गांधी के जिम्मे लोकसभा की 42 और ज्योतिरादित्य को 38 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के लिए चुनौती बड़ी है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ गोरखपुर इसी क्षेत्र के अंतर्गत आता है. 1989 से लगातार प्रदेश में हार से कांग्रेस कैडर हताश और सुस्त थे. समय-समय कांग्रेस आलाकमान से प्रियंका को राजनीति में लाने की मांग भी उठती रही. अब प्रियंका की सियासत में औपचारिक एंट्री से कम से कम कांग्रेस कार्यकर्ता उत्साहित हुआ है.

Related posts

Leave a Comment