लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने बड़ा बयान दिया है. मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान कहा कि वह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें. उन्होंने कहा कि जितने सदस्य इस बार जीत कर आए हैं, दोबारा वह जीत कर आएं.
बता दें कि लोकसभा के बजट सत्र का आज आखिरी दिन है. जिस दौरान सभी सांसद इस लोकसभा का अपना आखिरी भाषण दे रहे थे, तब समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने ये बड़ा बयान दिया.
अपने संबोधन में मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके कार्यकाल की बधाई दी और कहा कि आप फिर प्रधानमंत्री बनें. मुलायम सिंह यादव ने अपने भाषण में कहा कि वह प्रार्थना करते हैं कि जो सदस्य इस समय सदन में बैठे हैं, वह दोबारा चुन कर आएं. उन्होंने कहा कि हम लोग (विपक्ष) अभी संख्या में काफी कम हैं, मैं कामना करता हूं कि आप (नरेंद्र मोदी की तरफ इशारा करते हुए) फिर प्रधानमंत्री बनें.
मुलायम सिंह के इस बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया. मुलायम सिंह के इतना कहते ही सदन में ठहाके गूंजने लगे और तालियां बजने लगीं. आपको बता दें कि जिस समय मुलायम सिंह यादव अपना बयान दे रहे थे, तो उनके ठीक बगल में यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी बैठी थीं.
मुलायम सिंह यादव ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि हमारी कामना है कि जितने सदस्य मौजूद हैं, वह सभी जीत कर आएं. मुलायम के इतना कहते ही लोकसभा में जय श्री राम के नारे लगे. मुलायम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया और वो इस प्रयास में सफल भी हुए हैं.
सपा संरक्षक ने कहा कि प्रधानमंत्री लगातार विपक्ष के लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं. इस दौरान उन्होंने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भी अच्छे तरीके से सदन चलाने के लिए बधाई दी.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव होने में अब 100 दिन से भी कम का समय बचा है. चुनाव के लिए सबसे बड़ी जंग उत्तर प्रदेश में लड़ी जा रही है. प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर ताल ठोकने के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन किया है. सपा-बसपा भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए एक साथ आए हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी को इस गठबंधन से बाहर रखा गया है.
कांग्रेस ने भी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव पूरी तैयारी से लड़ने का फैसला किया है. यही कारण है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का महासचिव बना पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है. प्रियंका को उत्तर प्रदेश की 41 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कमान संभाल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को 39 लोकसभा सीटें सौंपी गई हैं.