बांझपन की समस्या का करें आयुर्वेदिक उपाय

शादी के बाद हर कपल्स की इच्छा होती है कि वह माता-पिता बने. लेकिन कई बार वे माता- पिता नहीं बन पाते हैं. इसके लिए लोग कई तरह के इलाज का सहारा लेते हैं और कई तरह के प्रयास करते हैं क्योंकि हर इंसान को माता- पिता बनना जरूरी होता है. इसलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं. जिसके नियमित प्रयोग से आप जल्दी प्रेग्नेंट होकर मां बन सकती हैं.

जिस महिला को गर्भ ठहरने में परेशानी हो रही है. गाजर के बीजों की धूनी इस प्रकार दे की धुआं रोगिणी के बच्चेदानी तक चला जाए. इसके लिए जलते हुए कोयले पर गाजर के बीज डालें. इससे धुआं होगा इसी धुनी को रोगिनी को दें. तथा रोजाना उसे गाजर का रस पिलाएं. इससे बांझपन की समस्या दूर हो जाती है और महिला को गर्भवती होने में आसानी हो जाती है.

मासिक धर्म खत्म होने के आठवें दिन से नित्य अजवाइन और मिश्री 25-25 ग्राम लेकर 125 मिलीलीटर पानी में रात्रि के समय किसी मिट्टी के बर्तन में भिगो दें. अब सुबह के समय ठंडाई की भांति घोटकर सेवन करें .भोजन में मूंग की दाल और रोटी बिना नमक का सेवन करें. इस प्रयोग से गर्भधारण होगा.
बबूल पेड़ में 4- 5 गज की दूरी पर एक फ़ोड़ा सा निकलता है. जिसे बबूल का बांदा कहा जाता है. इसे लेकर कूटकर छाया में सुखाकर चूर्ण बना लें. अब इस चूर्ण को 3 ग्राम की मात्रा में माहवारी खत्म होने के बाद 3 दिन तक सुबह खाली पेट सेवन करें. इसके नियमित प्रयोग से गर्भधारण हो जाती है.

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