पुलवामा आतंकी हमले में कई जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने आईईडी से आत्मघाती हमला किया। इस धमाके में 37 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए और कई घायल हुए हैं। इनमें कई जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बड़ी मात्रा में विस्फोटकों से भरी एक एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकराई और धमाका हुआ। बस में 42 जवान सवार थे। काफिले में 78 बसें थीं, जिनमें करीब 2500 जवान यात्रा कर रहे थे। घाटी में लंबे समय के बाद आतंकियों ने आत्मघाती हमले के जरिए सुरक्षाबलों पर बड़े हमले को अंजाम दिया है। यह सितंबर, 2016 में उरी में हुए हमले के बाद सबसे बड़ी आतंकी वारदात है। उरी हमले में 19 जवान शहीद हुए थे।

एनआईए को सौंपी गई जांच

मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है। कल सुबह 12 सदस्यीय एनआईए की टीम घटनास्थल पर जाएगी। आईजी रैंक के अधिकारी टीम को लीड करेंगे।

चौतरफा निंदा

राजनीतिक पार्टियों ने हमले की कड़ी निंदा की है। मामले पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल निगरानी रख रहे हैं। वह लगातार सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी से स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी डोभाल से बात की है।

 जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा 

पुलवामा हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके लिखा कि वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।उन्होंने कहा कि मैं इस कायराना हमले की निंदा करता हूं। हमारे बहादुर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हम आशा करते हैं घायल जवान जल्द ही ठीक हों। पीएम मोदी ने बताया कि पुलवामा में हमले के मद्देनजर स्थिति को लेकर मैंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह जी और अन्य शीर्ष अधिकारियों से बात की।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवादियों को ऐसा पाठ पढ़ाया जाएगा कि वे कभी भूल नहीं पाएंगे।

राज्यपाल के सलाहकार ने की मीटिंग

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार विजय कुमार ने गृह मंत्रालय के आला अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने कहा कि जब भी आतंकवादी समूह पर दबाव पड़ता है, वे इस तरह का कृत्य करते हैं। आप जानते हैं कि हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने शीर्ष आतंकवादी समूहों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है।

राजनाथ ने की डीजी से बात

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी डीजी सीआरपीएफ आरआर भटनागर से पुलवामा हमले के बाद बात की। राजनाथ की कल पटना में आयोजित रैली रद्द कर दी गई है।

अमेरिकी राजदूत ने की निंदा

भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में हुए हमले की निंदा करते हैं। हम पीड़ितों के परिवार वालों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हैं। यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है।

प्रियंका गांधी ने रद्द की प्रेस कॉन्फ्रेंस

लखनऊ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बीच में राजनीति की बात करना ठीक नहीं है। प्रियंका गांधी ने भी पुलवामा हमले पर संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा, ‘आज जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के हाथ अब तक शहीद 30 जवानों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं, दुख प्रकट करती हूं। उनके परिवारों की वेदना मैं अच्छी तरह समझती हूं। मैं जानती हूं इस शोक की घड़ी में सांत्वना के शब्द पर्याप्त नहीं होते, फिर भी शहीद परिवार के पीछे न केवल कांग्रेस बल्कि पूरा देश खड़ा है। जम्मू कश्मीर में आए दिन हमारे जवान शहीद हो रहे हैं, जो गहरी चिंता का विषय है। मैं सरकार से मांग करती हूं कि इन घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।’

अखिलेश यादव ने जताया आक्रोश

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलवामा हमले पर ट्वीट करते हुए लिखा, पूरे देश में आक्रोश जन्म ले रहा है।

मुफ्ती बोलीं- सर्जिकल स्ट्राइक से कुछ हासिल नहीं

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत को सर्जिकल स्ट्राइक करके कुछ नहीं मिल रहा है। देश को इन चीजों को खत्म करने के लिए कोई दूसरा तरीका अपनाना पड़ेगा। महबूबा ने कहा कि अवंतीपोरा से दिल दुखाने वाली खबर आ रही है। उन्होंने कहा कि इस आतंकी हमले की निंदा करने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं है। पता नहीं कि आतंकियों के इस वहशीपन को खत्म करने के लिए हमें कितनी जानें गंवानी पड़ेगी।

राहुल गांधी ने की हमले की निंदा

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा की है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस हमले के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है।

इसका जवाब दिया जाएगा रिजिजू

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और किरण रिजिजू ने हमले की कड़ी आलोचना की है। किरण रिजिजू ने कहा कि हर संभव तरीके से इसका जवाब दिया जाएगा।

दक्षिण कश्मीर में अलर्ट सर्च ऑपरेशन जारी

इस हमले की जानकारी मिलने के बाद तत्काल पुलवामा में मौजूद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की अन्य कंपनियों को अवंतिपोरा भेजा गया। आतंकी वारदात के बाद सेना ने फिलहाल जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक बंद करते हुए अवंतिपोरा और आसपास के इलाकों में बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इसके अलावा पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। हमले में घायल जवानों का इलाज लगातार जारी है और एजेंसियों के अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

पहले भी आतंकी निशाने पर आए थे जवान

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर गुरुवार को हुआ यह हमला आतंकी हमले की पहली वारदात नहीं है। एक साल पहले 15 फरवरी 2019 को भी आतंकियों ने पुलवामा के पंजगाम स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक कैंप पर हमला किया था। इस वारदात के दौरान आतंकियों ने सीआरपीएफ के शिविर पर हमला कर कैंप में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन जवानों की सतर्कता के कारण कामयाब नहीं हो सके थे।

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