बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि लालू प्रसाद यादव जेल से फोन पर सियासत करते हैं। इसके बाद रांची जिला प्रशासन हरकत में आया और रिम्स में भर्ती लालू के पेइंग वार्ड (नंबर-10) की आधे घंटे तक तलाशी ली। लालू के वार्ड की यह चार दिनों में दूसरी तलाशी थी। हालांकि, अधिकारियों को जांच में कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला।
तलाशी के बाद पुलिस अधिकारियों ने रिम्स के निदेशक दिनेश कुमार सिंह से मुलाकात की और सुरक्षा को लेकर सुझाव दिए। तैनात सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया गया कि बिना जेल सुपरिटेंडेंट की अनुमति के कोई भी वार्ड में प्रवेश नहीं कर सकता।
लालू पिछले साल अगस्त से ही खराब स्वास्थ्य के चलते रिम्स में भर्ती हैं। चारा घोटाला में दोषी पाए जाने के बाद यह पहली बार है जब राजद उनके बिना लोकसभा चुनाव में उतर रही है। पार्टी की कमान फिलहाल उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं। बिहार में लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होने हैं। नतीजे 23 मई को आएंगे।
लालू प्रसाद के साथ अभी दो लोगों को साथ रहने की अनुमति है। एक उनके खाने-पीने का और दूसरा उनकी दवाओं का ध्यान रखता है। लालू की सुरक्षा में दो शिफ्ट में सुरक्षाकर्मी और पदाधिकारी तैनात रहते हैं। एक शिफ्ट में करीब 25 सुरक्षाकर्मी और पदाधिकारी वहां तैनात रहते हैं। इससे पहले शनिवार को भी सदर डीएसपी और सिटी डीएसपी ने रिम्स के पेइंग वार्ड में लालू के वार्ड की जांच की थी। उस दिन भी तलाशी करीब आधे घंटे तक चली थी।
लालू के वार्ड की सुरक्षा बढ़ाई : रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वार्ड की घेराबंदी कर दी गई है। स्कैनर लगा दिया गया है। स्कैनर से होकर ही डॉक्टर और सेवादारों को जाने की अनुमति है। सेवादारों को पुलिस ने निर्देश दिया है कि वह सामान और खाना सुरक्षाकर्मियों को दे दें। कमरे में जाने की जरूरत नहीं है।
दिसंबर 2017 से जेल में बंद हैं : 71 साल के लालू प्रसाद यादव दिसंबर 2017 से जेल में हैं। हालांकि, इस बीच लालू को इलाज के लिए हाईकोर्ट से कई बार जमानत भी मिल चुकी है। हाईकोर्ट ने 27 अगस्त 2018 को उनकी जमानत खारिज करते हुए 30 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करने का निर्देश दिया था। इसके बाद से लालू रिम्स में इलाजरत हैं।