उन्नत खेती व उन्नत तकनीक से ही किसानों की बनेगी नयी पहचानः उपायुक्त

विजय सिन्हा,
देवघरः दिनांक 20.02.2019 को जिला कृषि कार्यालय के सभागार में 15 दिवसीय Cerficate Cours on Integrateg Nutrient Management सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा किया गया। इस दौरान उन्होंने जानकारी दी कि कृषि विज्ञान केन्द्र सुजानी, देवघर के सौन्जय से 15 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन किया गया है। आप सभी पूरी ईमानदारी से प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होकर इससे जुड़ी सभी जानकारी हासिल कर एग्जाम में सभी उत्तीर्ण हो। आज सरकार उन्नत खेती को बढ़ावा देने का हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए किसानों को जागरूक करना अतिआवश्यक है। हम सभी जानते है कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। आज भी हमारे देश की 70 फीसदी आवादी कृषि पर आश्रित है। इसलिए खेती वाले जमीनों में उपज महत्वपूर्ण है और इसे समय के साथ कैसे बढ़ाया जाय, इसको लेकर किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता है। इस पाठ्यक्रम करने का मुख्य उद्देश्य है कि अगर आप उर्वरक बना रहे है, इससे संबंधित सभी आवश्यक जानकारी होना जरूरी है। इसके अलावे उन्होंने कहा कि ऐसे फसलों को लगाए जिसमें जमीन की उर्वरक क्षमता बनी रहे। हमारे क्षेत्र में अमलीय मिट्टी है, ऐसे में कैसे ज्यादा पैदावार हो, इसकी जानकारी सभी को प्रशिक्षण कार्यक्रम में संबंधित अधिकारियों द्वारा दिया जाएगा। आज के समय में उन्नत खेती तभी संभव है जब किसान आधुनिक तरीके से खेती करेंगे। इसके लिए समय-समय पर उन्हें ट्रेनिंग आवश्यक है। जैविक खेती किसानों के लिए काफी लाभदायक है। इससे कम लागत में किसानों को अधिक उपज प्राप्त होती है। खेतों में जैविक खाद के प्रयोग करने से ना सिर्फ उपज अधिक होती है बल्कि खेतों की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है। इस दौरान उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को जैविक खेती के साथ साथ वैज्ञानिक खेती करने पर भी जोड़ देने की बात कही। साथ हीं उन्होंने कहा कि किसानों को समय समय पर अपने खेत की मिट्ठी की जांच अवश्य करानी चाहिए। इससे यह पता चलता है कि मिट्टी में किस तत्व की कमी है। बाद में दवा के माध्यम से उस तत्व की कमी को दूर कर खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ायी जा सकती है। इस दौरान उपायुक्त ने बतलाया कि यह पाठ्यक्रम दिनांक 20.02.2019 से 07.03.2019 तक चलेगा। इस पाठयक्रम के तहत 15 दिन के अंदर कुल 30 लेक्चर चलेगा, जिसमें कुल 21 पाठयक्रम कवर किया जाएगा। इसके अलावा प्रेक्टिकल के तहत कुल 12 लेक्चर दिया जाएगा तथा 10 मुख्य बिन्दुओं को कवर किया जाएगा। आज उन्नत खेती के साथ मृदा के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आवश्यक पोषक की पूर्ति हेतु पोषक तत्व प्रर्वधन का ध्यान रखते हुए खेती करने की आवश्यकता है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से आप सभी को रासायनिक उर्वरक के साथ जैविक तथा जिवाणु खाद का उपयोग करना एवं मृदा की उर्वरता, टिकाऊपन बनाये रखने की विस्तृत जानकारी आप सभी को दी जाएगी। कार्यक्रम के माध्यम से आप सभी को आवश्यक पोषक तत्व जो कि पौधों के वृद्धि के लिए जरूरी एवं इन सभी पोषक तत्वों को ध्यान में रखकर उर्वरक के सुनिश्चित प्रबंधन कब, कैसे, खेती में उपयोग किया जाएगा। इन सबकी विस्तृत जानकारी आप सभी को प्रशिक्षण के माध्यम से दी जाएगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 40 सदस्य ने भाग लिया। साथ हीं उपरोक्त के अलावे एलडीएम, देवघर डीडीएम, देवघर, डीएओ, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, देवघर, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रमुख केवीके, देवघर, ईफको इंचार्ज एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकगण डाॅ0 आनंद तिवारी, डाॅ0 राजन ओझा, विवेक कश्यप, अनिल कुमार राय, ललन कुमार सिंह, परीमल कुमार सिंह, चन्द्रेश कौशिक व अन्य उपस्थित थे।

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