इस चुनाव टूटने वाला है ये बड़ा रिकॉर्ड

News Agency : पहली बार होगा जब लोकसभा चुनावों में महिलाएं पुरुषों वोटर टर्नआउट के मामले में पीछे छोड़ देंगी. पहले और दूसरे चरण के मतदान से यह शुरुआत हो चुकी है. महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम है लेकिन वोटिंग टर्नआउट में महिलाए पुरुषों से आगे निकल चुकी हैं. पहले चरण में महिलाओं का टर्नआट आधा फीसदी ज्यादा है जबकि दूसरे चरण में यह बढ़त zero.14 फीसदी की है.

चुनाव आयोग के आंकड़ों की पड़ताल के बाद यूनिट ने पाया कि पहले चरण में यानी eleven अप्रैल को हुए लोकसभा चुनाव में उत्तरराखंड की महिलाओं का टर्नआउट पुरुषों से पांच फीसदी ज्यादा रहा जबकि दूसरे नंबर पर मेघालय रहा. मेघालय में महिलाओं का टर्नआउट पुरषों से four.67 फीसदी ज्यादा रहा. पहले चरण में महिलाओं का वोटिंग टर्नआउट sixty eight.53 फीसदी दर्ज किया गया जबकि इसी चरण में पुरुषों का वोटर टर्नआउट sixty eight.02 फीसदी रहा. दूसरे चरण में भी तकरीबन यही स्थिति दर्ज की गई. दूसरे चरण eighteen अप्रैल को twelve राज्यों में हुए चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि इन राज्यों में महिलाओं का टर्नआउट sixty nine.21फीसदी रिकॉर्ड किया गया, जबकि पुरुषों का वोटर टर्नआउट sixty nine.07 फीसदी दर्ज किया गया.

बिहार में महिलाओं ने वोटिंग के मामले में पुरुषों से ज्यादा रुचि दिखाई. पहले चरण में बिहार के चार जिलों में हुए चुनाव में महिलाओं का टर्नआउट पुरुषों से एक फीसदी ज्यादा रहा. पहले चरण के अठारह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में से करीब आधे में महिलाओं का टर्नआउट पुरुषों से ज्यादा रहा. हालांकि महाराष्ट्र, जम्मु कश्मीर, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में पुरुष वोटिंग टर्नआउट के मामले में अभी भी आगे रहे. दूसरे चरण के लिए twelve राज्यों में हुए मतदान में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले ज्यादा वोटिंग की. इस चरण में बिहार की महिलाओं सबसे आगे रहीं. बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग में महिलाएं पुरुषों से करीब छह फीसदी ज्यादा वोटिंग की हैं. महिलाओं के ज्यादा वोटिंग टर्नाआट के मामले में मणिपुर दूसरे नंबर पर है जहां महिलाओं का वोटिंग टर्नआउट पुरुषों से चार फीसदी से ज्यादा है.

उड़ीसा में यह अंतरारल दो फीसदी से ज्यादा है. पहले चरण की तरह दूसरे चरण के चुनाव में महाराष्ट्र,छत्तीसगढ़ और जम्मु कश्मीर जैसे राज्यों महिलाओं वोटिंग टर्नआउट पुरुषों से पीछे रहा. क्या होता है वोटिंग टर्नआउट: वोटर लिस्ट में जितने लोगों का नाम दर्ज है उसमें से कितने लोगों ने वोट किया. इस अनुपात को वोटिंग टर्नआउट कहते हैं. वोटिंग टर्नआउट में महिलाओं के आगे निकलने के मतलब है जितनी महिलाएं और पुरुष वोटिंग लिस्ट में थे, दोनों में से किसने अपनी संख्या के हिसाब से ज्यादा वोट किया. फिलहाल 543 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में अभी पांच चरण के मतदान बाकी हैं. पिछले लोकसभा के ट्रेंड को देखें तो महिलाओं और पुरुषों का वोटिंग टर्नआउट के बीच का अंतर धीरे-धीरे कम हुआ है लेकिन शुरुआती रूझानों से लगता है कि 2019 के लोक सभा चुनाव में महिलाएं वोटिंग टर्नआउट के मामले में पुरुषों को पीछे छोड़ देंगी.

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