देवघर : देवघर-दुमका मुख्य पथ स्थित ब्लूमिंग बड्स स्कूल के समीप मंगलवार की सुबह देवघर के रहने वाले राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी विकेश कुमार राउत को ट्रक ने कुचल दिया, जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. इधर नेशनल खिलाड़ी की मौत के बाद खेल गांव में शोक ही लहर दौड़ गयी. खिलाडियों ने दो मिनट का मौन रख दिवंगत खिलाड़ी को श्रद्धांजलि दी. झारखंड स्टेट गेम्स में देवघर व रांची के बीच कबड्डी का फाइनल खेला जा रहा है, जैसे दुर्घटना की जानकारी मिली खिलाड़ियों ने खेल से पूर्व विकेश राउत की सड़क दुर्घटना में मौत पर शोक प्रकट किया. देवघर के खिलाड़ियों ने घोषण किया कि यदि टीम जीती तो गोल्ड विकेश के नाम समर्पित करेंगे.
वह 2011 से 2014 तक जूनियर से लेकर सीनियर लेवल के राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिताओं में झारखंड का प्रतिनिधित्व कर चुके थे. कबड्डी के खेल में वे बहुत ही उम्दा रेडर थे. रांची में चल रहे झारखंड स्टेट गेम के लिए जिला कबड्डी एसोसिएशन विकेश को देवघर जिला कबड्डी टीम का कप्तान बनाकर भेज रही थी. मगर उसने अपनी पारिवारिक समस्या बता कर टीम के साथ रांची रवाना नहीं हुये. दरअसल आर्थिक समस्या के कारण वो नौकरी की तलाश में थे. इसके लिए वे लगातार अभ्यास भी कर रहे थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 13 फरवरी को बोकारो के जैप-चार में बहाली के लिए मंगलवार की रात को विकेश देवघर से बोकारो जाने वाले थे. इस बात को ध्यान में रखते हुए फिजिकल ट्रेनिंग के लिए अपने साथियों के साथ मोहनपुर चोपा मोड़ स्थित जैंप-पांच के कैंप जा रहे थे. इसी बीच रास्ते में वो दुर्घटना के शिकार हो गये. विकेश ने आरमित्रा प्ल्स टू स्कूल से पढ़ाई किया था और लगातार उसी मैदान में कबड्डी की प्रैक्टिस किया करते थे.
जिला स्तर पर कबड्डी के खेल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देवघर के खिलाड़ी विकेश ने प्रांतीय स्तर पर भी अपना परचम लहराया है. प्रदर्शन के आधार पर विकेश को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कई प्रतियोगिताओं में शामिल होने का अवसर मिला. जमशेदपुर में आयोजित 59 वीं सीनियर इस्ट जोन कबड्डी प्रतियोगिता में झारखंड की टीम का प्रतिनिधित्व किया था.
हालांकि टीम उपविजेता रही और टीम के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर विजेता बनने से चूक गयी. इससे विकेश जैसे टीम के खिलाड़ियों का हौसला कम नहीं हुआ था. जमकर तैयारी करने के बाद सालभर बाद पश्चिम बंगाल में आयोजित 61वीं सीनियर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप, बैंगलुरु में आयोजित 63वीं सीनीयर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में भी विकेश ने झारखंड का प्रतिनिधित्व किया था. मगर विजेता बनने से वंचित रह गये. तब से लेकर आज तक वे लगातार मेहनत कर रहे थे. ताकि खेल से विदा होने से पहले एक सम्मानित चेहरा बन सके.