उत्तर प्रदेश में कांग्रेस में नयी जान फूंकने के मकसद से संगठन की जमीनी हकीकत जानने आयीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का चार दिवसीय लखनऊ दौरा आज खत्म हो गया.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका ने 11 फरवरी को मेगा रोड शो के जरिये अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की थी. उसके बाद अगले तीन दिनों में बैठकों के मैराथन दौर के जरिये अपने प्रभार वाले 41 लोकसभा क्षेत्रों में संगठन के हालात का जायजा लिया.
अपने इस दौरे के दौरान संवाददाताओं से बहुत संक्षिप्त बात करने वाली प्रियंका की प्रेस कान्फ्रेंस का सभी को इंतजार था लेकिन उन्होंने पुलवामा में आज हुए आतंकवादी हमले की वजह से संवाददाता सम्मेलन में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं की और वारदात के शहीदों को श्रद्धांजलि देकर चली गयीं.
प्रियंका ने संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमला हुआ है, जिसमें हमारे जवान शहीद हुए हैं। उसकी वजह से हम यह अनुचित समझते हैं कि हम अभी कोई राजनीतिक चर्चा करें.’ उन्होंने कहा ‘मैं इस आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों से कहना चाहती हूं कि इस दुख की घड़ी में एक-एक देशवासी आपके साथ खड़ा है. हमें बहुत दुख हुआ है. आप हौसला बनाये रखें. हम आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.’ बमुश्किल दो मिनट चली प्रेस कान्फ्रेंस में यह बात कहने के बाद प्रियंका के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत सभाकक्ष में मौजूद सभी लोगों ने मौन धारण कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
प्रियंका ने कहा कि अगली बार आने पर वह प्रेस से बात करेंगी.
इसके पूर्व, मुजफ्फरनगर जिले के मीरापुर से भाजपा विधायक अवतार सिंह भडाना ने प्रियंका से मुलाकात की और कांग्रेस में शामिल हो गये. इसके अलावा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद रामलाल राही ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया.
पार्टी प्रवक्ता ओंकार नाथ सिंह ने बताया कि प्रियंका ने अपने इस दौरे के दौरान अपने प्रभार वाले हर लोकसभा क्षेत्र में बूथ स्तर तक कांग्रेस संगठन के हालात जानने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के मन की बात समझने की कोशिश की.इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से गुटबाजी खत्म करके एकजुट होने और सड़कों पर संघर्ष करने का भी आह्वान किया.
इसके अलावा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपने चार दिवसीय प्रदेश प्रवास के दौरान अपने दायित्व वाले 39 लोकसभा क्षेत्रों में संगठन की समीक्षा की.