झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने राज्य चुनाव आयोग से पत्र लिखकर राॅंची विश्वविद्यालय के कुलपति के विरूद्ध विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन करने पर विधिसम्मत कार्रवाई करने की मांग की है।
ज्ञात हो कि रांची विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में कुलपति द्वारा छात्रों एवं अभिभावकों को चैकीदार बनने का उपदेश दिया गया था, जो आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है और शिक्षा जगत के सर्वोच्च पद पर आसीन पदाधिकारी द्वारा ऐसा उपदेश देना निन्दनीय है।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान के कुलपति एवं प्रशासन के प्रति छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों के साथ-साथ आमलोगों में यह धारना होता है कि शैक्षणिक संस्थान के शीर्षर्थ अधिकारी राजनीति से कोसो-दूर होते हैं, लेकिन दिनांक 29 मार्च 2019 को रांची विवि के कुलपति ने विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में किसी खास पार्टी को लोकसभा चुनाव-2019 में लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से अपने भाषण में ‘‘ समय की नब्ज को पहचाने, समय की पुकार को सुने, देश का प्रहरी बने, ईमानदार चैकीदार बने’’ शब्द का इस्तेमाल किया है जो घोर निंदनीय है और आचार संहिता का उल्लंघन है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि जब कभी भी शैक्षणिक एवं संवैधानिक संस्थाओं पर दक्षिणपंथी विचार-धारा द्वारा प्रहार किया गया, तो कांग्रेस पार्टी उसे बचाये रखने में अपनी अहम् भूमिका निभाई है।