न्यूज चैनल के दफ्तर में दो कारोबारी भाइयों की गोली मारकर हत्या

एक साथ डबल मर्डर से गुरुवार को रांची दहल उठा। राजधानी के अशोक नगर इलाके में दो लाशें मिली हैं। ये धनबाद के शास्त्री नगर, बैंक मोड़ के रहने वाले  दो व्‍यवसायी भाइयों के हैं। मृतकों में महेंद्र अग्रवाल व हेमंत अग्रवाल शामिल हैं, दोनों की हत्‍या गोली मार कर की गई है। बताया जा रहा है कि दोनों भाई बुधवार की शाम रांची के लालपुर इलाके से शाम चार बजे से लापता थे। वे सोने-चांदी का व्‍यापार करते थे।

अरगोड़ा थाना क्षेत्र में अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित आवास संख्या 199-सी में बंद पड़े एक न्यूज चैनल के दफ्तर में दो सगे भाइयों की बुधवार की शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसका खुलासा गुरुवार को तब हुआ, जब खोजबीन करते हुए पुलिस चैनल के दफ्तर तक पहुंची। मृतकों में हेमंत अग्रवाल (36) व महेंद्र अग्रवाल (34) शामिल हैं। दोनों धनबाद के बैंक मोड़ शास्त्री नगर स्थित बालाजी अपार्टमेंट में रहने वाले ओमप्रकाश अग्रवाल के बेटे थे और रांची में लालपुर थाने के समीप शिवम अपार्टमेंट में सपरिवार किराए पर रहते थे। दोनों भाई एयर कार्गो के कारोबार से जुड़े हुए थे।

दोनों भाइयों की हत्या का आरोप महेंद्र के बड़े भाई शेखर अग्रवाल की शिकायत पर न्यूज चैनल के फ्रेंचाइजी संचालक लोकेश चौधरी व उनके चार सहयोगियों पर लगाया गया है। चैनल चार महीने से बंद पड़ा हुआ था। बताते हैं कि लोकेश चौधरी ने हेमंत व महेंद्र से सूद पर पांच लाख रुपये लिए थे और यही रुपये हत्या के पीछे का कारण बने। इस संबंध में अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अशोक नगर में हुई दोहरे हत्याकांड की इस सनसनीखेज वारदात के बाद मौके पर एसपी सिटी, आधा दर्जन डीएसपी, सीआइडी के अधिकारी व फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम पहुंची थी। छानबीन तेज है, आरोपित फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस उनके मोबाइल का लोकेशन लेने की कोशिश में जुटी है। 

हेमंत व महेंद्र लालपुर स्थित आवास से शाम करीब चार बजे निकले थे। इसके बाद से उनका कोई अता-पता नहीं था। रात करीब दस बजे जब वे घर नहीं लौटे तो उनके परिजन लालपुर थाने पहुंचे और दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजन ने पुलिस को कुछ मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया, जिसके आधार पर पुलिस दोनों के तलाश में जुटी।

लालपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के तुरंत बाद लालपुर थानेदार अरविंद कुमार सिंह सक्रिय हो गए। उन्होंने दोनों व्यवसायियों के मोबाइल का लोकेशन निकालना शुरू किया। एक मोबाइल तो बंद मिला, लेकिन जो मोबाइल चालू था, उसपर रिंग हो रहा था, लेकिन कोई उठा नहीं रहा था। जब उसका लोकेशन निकाला गया तो उसका लोकेशन अशोक नगर के रोड नंबर एक में मिला। मोबाइल के लोकेशन के आधार पर ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूरे मामले का खुलासा हुआ।

दोनों की हत्या के पीछे रुपये के लेन-देन का मामला सामने आया है। गार्ड पकड़ा गया है। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में दो डीएसपी, दो थानेदार तथा टेक्नीकल सेल की एक एसआइटी गठित की गई है। सभी आरोपित शीघ्र गिरफ्तार होंगे। छापेमारी जारी है। अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची। 

अब तक की छानबीन में यह खुलासा हुआ है कि बुधवार की शाम करीब पांच बजे लोकेश चौधरी अपने दो अंगरक्षक, एक अन्य व्यक्ति व चालक के साथ न्यूज चैनल के दफ्तर में पहुंचा था। तय कार्यक्रम के अनुसार दोनों भाई हेमंत अग्रवाल व महेंद्र अग्रवाल भी अशोक नगर स्थित उक्त न्यूज चैनल के दफ्तर में पहुंच गए करीब साढ़े पांच बजे तक रुपये के लेन-देन को लेकर बहस के बाद दोनों सगे भाइयों की हत्या के बाद लोकेश चौधरी अपने दोनों अंगरक्षकों, एक अन्य सहयोगी व चालक के साथ वहां से फरार हो गया।

पुलिस ने जब लोकेश चौधरी का लोकेशन निकाला तो उसका लोकेशन रांची से पटना मिला। पटना से वह पुन: रांची के लिए रवाना हो गया था, लेकिन मोबाइल का लोकेशन झुमरी तिलैया के पास आने के बाद रुक गया और वापस पटना की ओर जाता हुआ दिखा। थोड़ी देर के बाद ही मोबाइल बंद हो गया। पुलिस ने आशंका जताई है कि लोकेश चौधरी अपने सहयोगियों के साथ शवों को खपाने की फिराक में था और इसी उद्देश्य से रांची लौट रहा था। उसे झुमरी तिलैया पहुंचने पर न्यूज चैनलों के माध्यम से पता चल गया कि पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और छानबीन शुरू हो गई है। इसके बाद ही लोकेश चौधरी वापस पटना की ओर भाग निकला। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

आरोपितों ने हेमंत अग्रवाल की आंख में सटाकर गोली मारी है। गोली सिर को पीछे से फाड़ते हुए निकल गई। महेंद्र के कान के पास सटाकर गोली मारी गई है, जो दूसरी ओर से निकल गई। शव को देखने के बाद पुलिस ने आशंका जताई है कि अपराधियों ने .315 बोर की रायफल से गोली चलाई है। पुलिस को घटनास्थल पर दो दरवाजे व एक कुर्सी में फंसी बुलेट मिली। वहीं, मौके से केवल एक खोखा बरामद हुआ है।

:पोस्टमार्टम शुक्रवार को होगा। पुलिस व एफएसएल की जांच करते-करते गुरुवार की रात करीब साढ़े सात बज गए। इसके बाद दोनों शवों को रिम्स भेजा गया, जहां दोनों शवों का पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद शवों को लेकर परिजन धनबाद रवाना हो गए। शुक्रवार को दोनों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

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