सूर्य नमस्कार करने से मिलते हैं यह फायदे

सूर्य नमस्कार करने से मिलते हैं यह फायदे

News Agency : यह तो हम सभी जानते हैं कि योगासन सेहत के लिए लाभकारी है। लेकिन अलग−अलग समस्याओं के लिए व्यक्ति भिन्न तरह के योगासन करता है। कुछ लोग समय के अभाव के चलते योगासन कर ही नहीं पाते। अगर आपके साथ भी यही समस्या है तो आप सूर्य नमस्कार का अभ्यास करें। यह एक संपूर्ण व्यायाम है, जो न सिर्फ शरीर बल्कि दिमाग को भी लाभ पहुंचाता है। अगर नियमित रूप से इसका अभ्यास किया जाए तो व्यक्ति के शरीर का संपूर्ण व्यायाम हो जाता है और फिर उसे बीमारियां छू भी नहीं पातीं। इतना ही नहीं, इसे बच्चों से लेकर बड़े बेहद आसानी से कर सकते हैं। प्रणामासन− इसके लिए सर्वप्रथम छाती को चौड़ा और मेरूदंड को खींचें। एडि़यां मिली हुई हो और दोनों हाथ छाती के मध्य में नमस्कार की स्थित मिें जुड़े हो और गर्दन तनी हुई व नजर सामने हो। अब आराम से श्वास लें और इस मुद्रा में केवल कुछ क्षण ही रूकें। हस्तउत्तानासन− अब सांस को धीरे से अंदर खींचते हुए हाथों को उपर की ओर ले जाएं और हथेलियों को मिलाएं रखें। अब जितना ज्यादा हो सके, कमर को पीछे की ओर मोड़ते हुए अर्धचन्द्राकार बनाएं। जितनी देर संभव हो, श्वास को रोकने का प्रयास करें। यह आसन फेफड़ों के लिए काफी अच्छा माना जाता है।सूर्यनमस्कार के फायदों के बारे में जितना कहा जाए, उतना ही कम है। जब आप इसका अभ्यास करते हैं तो पूरे शरीर की स्टेचिंग होती है। इसके अतिरिक्त अगर किसी व्यक्ति को शरीर के किसी हिस्से में दर्द हैं तो वह भी सूर्य नमस्कार का अभ्यास कर सकता है। सूर्यनमस्कार का नियमित अभ्यास शरीर की फलेक्सिबिलिटी को बढ़ाता है। वहीं यह कई तरह की बीमारियों जैसे मोटापे, झुर्रियों, पीसीओडी व थॉयराइड की समस्या को भी दूर करता है। जहां एक ओर सूर्य नमस्कार शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना गया है, वहीं दूसरी ओर इससे व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। सूर्यनमस्कार का अभ्यास करने से व्यक्ति का तनाव, एंग्जाइटी आदि दूर होती है और व्यक्ति का अधिक शांत, खुश महसूस करता है। इसके अतिरिक्त इससे व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है और उसके ब्रेन सेल्स बेहतर तरीके से काम करते हैं।

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