संवाददाता- अबुल कलाम
टंडवा- (चतरा) एनटीपीसी नॉर्थ कर्णपुरा सुपर थर्मल पॉवर प्लांट के अंदर पिछले कई सालों से कैंटीन खुला हुआ है। लेकिन न जाने पिछले कई सालों में कितने कीड़े लोगों ने खा गया उसकी कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। कैंटीन का स्थिति अगर बताया जाए या देखा जाए तो ऐसा कि जैसे भेड़ बकरी जानवर का खाना बनता हो जहां एक तरफ सरकार एफएफएसआई का मोहर लगाता है।
वही कीड़े वाला खाना मजबूरी और अंजाने में यहां का मजदूर यहां का स्टाफ यहां का सुपरवाइजर खा जाते हैं लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि एनटीपीसी के उच्च अधिकारी विप कैंटीन में खाना खाते हैं जो की होटल मैनेजमेंट करके एनटीपीसी के भीतर कैंटीन चलता है लेकिन यह दुर्भाग्य हम मजदूर को जानवर से भी बत्तर समझा जा रहा है इस तरीके का मामले में विशेष जांच होनी चाहिए अन्यथा इस कैंटीन को परमानेंट के लिए बंद कर देनी चाहिए कैंटीन चलाने वाले सिर्फ पैसों से ही मतलब रहता है लोग कीड़ा खाए या सड़ा हुआ खाना खाए उससे कोई मतलब नहीं।