अस्पताल में घंटों तक रोका शव बिल भरने पर ही दिया शव।

मांडर स्थित कांस्टेन्ट लिवन्स अस्पताल में एक सड़क हादसे में घायल 45 वर्षीय रजिया खातून को एडमिट कराया गया था, जिनकी आज सुबह मौत हो गई। मृतक के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें शव देने से पहले 5 घंटे तक रोक कर रखा, क्योंकि उन्होंने अभी तक बिल का भुगतान नहीं किया था।परिजनों ने आरोप लगाया की कल से ही घायल को रिम्स ले जाने की बात कही थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने टालमटोल किया।आज सुबह जब घायल की मौत हो गई, तो शव को 5 घंटे तक अस्पताल में ही रोक कर रखा गया।परिजनों ने किसी तरह पैसे का जुगाड़ कर फीस भरी, तब उन्हें सुबह 9 बजे शव सौंपा गया।यह घटना स्वास्थ्य मंत्री के आदेश की धज्जियां उड़ाने जैसी है, जिसमें उन्होंने अस्पतालों में मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिए थे।

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