प्रतिबिंब पोर्टल के सहयोग से अपराधियों के खिलाफ तीन दिनों तक चली छापेमारी
गिरिडीह,प्रतिनिधि। गिरिडीह साइबर पुलिस ने छापेमारी अभियान चलाकर दस अपराधियों को दबोचने में सफलता प्राप्त की है। एसपी के निर्देश पर तीन दिनों तक चले छापेमारी अभियान में न सिर्फ पुलिस ने दस साइबर अपराधियों को दबोचने में सफलता प्राप्त की है, बल्कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने ग्यारह मोबाइल, सत्रह सीम कार्ड, चार एटीएम, एक पासबुक, एक चेकबुक, और दो बाइक समेत कई अन्य समान जब्त किया है।
रविवार को एसपी दीपक कुमार शर्मा, डीएसपी संदीप सुमन और एसआई गौरव कुमार ने प्रेसवार्ता के माध्यम से उक्त जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में बेंगाबाद थाना इलाके के बिशनपुर गांव निवासी दशरथ मंडल, डुमरी थाना इलाके के जितकुंडी गांव निवासी जितेंद्र मंडल और इसका भाई रिंकू के साथ ही इसी गांव के अजय मंडल, मुफ्फसिल थाना इलाके के खेरोनिया गांव निवासी सुनील मंडल, धनवार थाना इलाके के हरदतडीह गांव निवासी सचिन विश्वकर्मा, महेशमरवा गांव निवासी संतोष राणा, बगोदर थाना इलाके के बगोदरडीह गांव निवासी हीरा यादव, अहिल्यापुर थाना इलाके के चिकसोरिया गांव निवासी संतोष मंडल और बेंगाबाद के फुरशोडीह निवासी सिकंदर मंडल शामिल है।
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि बंगाल के एक आईएएस अधिकारी को संतोष मंडल और हीरा यादव ने उनके बैंक खाते से 60 हजार की ठगी किया। इसके बाद आईएएस अधिकारी ने बंगाल में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। केस दर्ज होने के बाद बंगाल पुलिस ने गिरिडीह के साइबर पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद छोपमारी कर दोनो अपराधियों को दबोचा गया।
दोनो अपराधियों के निशानदेही पर अलग-अलग इलाके से आठ अपराधियों को दबोचा गया है। बताया कि गिरफ्तारी से पूर्व ही हीरा यादव सरिया के केशवारी के एक्सिएस बैंक के एटीएम से 10-10 हजार कर चार बार निकासी कर चुका था। बताया कि बंगाल पुलिस इन दोनों अपराधियों को रिमांड पर लेने के लिए कभी भी गिरिडीह आ सकती है। बताया गया कि साइबर अपराधी हीरा यादव का न सिर्फ घर आलीशान है बल्कि साइबर अपराध से तीन ट्रक भी खरीदा है।
एसपी श्री शर्मा ने बताया कि पिछले सौ दिनों की कारवाई के दौरान अब तक जिले में 120 अपराधियो को दबोचा गया है। जबकि 12 लाख से अधिक नगद राशि भी जब्त की गई है। वहीं 86 फर्जी सीम कार्ड बंद करा चुकी है। जिसे बंगाल से निर्गत कराए गए थे। जबकि 315 मोबाइल का आईएमईआई नंबर भी बंद कराया जा चुका है।