दामाद निकला ससुर का कातिल, हत्याकांड की सुलझी गुत्थी  

मंडरो-  मंगल बास्की हत्याकांड मामले में मिर्जाचौकी थाना प्रभारी रोहित कुमार को मिली सफलता। मंगल बास्की हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने में मिर्ज़ाचौकी थाना प्रभारी रोहित कुमार की अहम भूमिका रही। उन्होंने तकनीकी मदद से इस हत्याकांड को सुलझाया। दामाद हीं निकला ससुर का कातिल।दामाद नहीं मानने और अपने कमाई के पैसे नहीं देने पर दामाद ने रची हत्या का साजिश और ससुर को उतारा मौत के घाट। वही एसडीपीओ किशोर तिर्की ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बताया की दिनांक 12 जून 2024 को सुबह करीब 10: 30 बजे सूचना प्राप्त हुई की गडरा से  बसहा जानें वाली मार्ग के बीच में पहाड़ किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव प्राप्त हुआ है तत्काल मिर्जाचौकी थाना पुलिस वहां पर पहुंची अज्ञात शव को देखने से साफ प्रतीत हो रहा था कि मृतक का हत्या पत्थर से कुच कर किया गया है शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल साहिबगंज भेजा गया । मृतक की बेटी रोशनी बास्की के बयान पर मिर्ज़ाचौकी थाना में कांड संख्या 45/24 धारा 302/201/34 भा द वि अंकित किया गया।पुलिस अधीक्षक महोदय साहिबगंज के द्वारा कांड की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी साहिबगंज के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा तकनीकी अनुसंधान एवं मानवीय आसूचना के आधार पर 24 घंटे के अन्दर हत्या में संलिप्त 02 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया तथा 01 मोटरसाइकिल संख्या JH18H- 3420  हीरो पैशन प्रो,हत्या करने में प्रयुक्त पत्थर एवं बांस का लकड़ी बरामद किया गया। वही गिरफ्तार अनिल टुडू के द्वारा प्रारंभिक पूछताछ में बताया गया कि मृतक मंगल बास्की   के द्वारा उन्हें अपना जमाई मानने से बार-बार इनकार किया जाता था तथा नौकरी का कमाई का पैसा भी किसी को नहीं देता था इसलिए अनिल टुडू के द्वारा अपने नाबालिक दोस्त के साथ मिलकर मंगल बास्की का योजना के मुताबिक हत्या कर दिया गया। छापेमारी दल में मिर्ज़ाचौकी थाना प्रभारी रोहित कुमार, एसआई पवन यादव, एसआई सुबोधन मरांडी, ब्रज किशोर पासवान, बिरसिंह महतो, घसिया हेरेंज, अविनाश कुमार, सिरका जामुदा शामिल थे।

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