राहगीरों व हाट आने जाने वाले लोगों को पेयजल किल्लत,जांच की मांग
प्रतिनिधि रामगढ़
रामगढ़ प्रखंड में प्रखंड विकास पदाधिकारी के उदासीन रवैए के कारण 14वी एंव 15 वीं वित आयोग की लाखों करोड़ों रुपए की लागत से बनी सौर ऊर्जा संचालित मिनी जलमिनार अंतिम सांसें ले रहा है है।आज प्रखंड में एक तरफ हजारों ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से जुझ रहे हैं दुसरी और पदाधिकारी मिनरल वाटर पीकर एयरकंडीशन आवास में आराम फरमा रहे हैं उसे प्रखंड वासियों की चिंता नहीं अगर चिंता है तो कहां से कितना जेब में आ रहा है उसका चिंता सरकारी बाबुओं की हमेशा लगी रहती है।भालसुमर पंचायत के गम्हरियाहाट हटिया परिसर पर विगत 06 बर्ष पूर्व 14 वीं वित की 4.75 लाख रुपये की राशि से बनाए गए सौर ऊर्जा संचालित मिनी जलमिनार बनने से विगत 05 बरसों से खराब है जिसके कारण हटिया आने जाने वाले लोगों तथा राहगीरों तथा बगल में अवस्थित विद्यालय के छात्रों को पेयजल की विकराल समस्या से जुझना पड रहा है। ग्रामीणों ने की बार मुखिया तथा बीडीओ से शिकायत भी किया कि मेरे माई बाप जलमिनार ठीक करा दें लेकिन पदाधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। इसके अलावा कांजो सिमरा ,लुटिया,कांजवें मोहनपुर,ठाडी हाट खुशीराम,सिलठा ऐ,समेत दर्जनों सौर ऊर्जा संचालित मिनी जलमिनार जो लाखों करोड़ों रुपये की लागत से बनाया गया है जो आज तक की बरसों से खटाई में पड़ा हुआ है। बहरहाल प्रखंड के दर्जनों क्षेत्रों में करोड़ों रुपए की लागत से बने 100 से ज्यादा सौर ऊर्जा संचालित मिनी जलमिनार खटाई में है जो एक मात्र शोभा का बस्तु बनकर रह गया है।