सरस्वती शिशु मंदिर मैं होता है चरित्र और संस्कार का निर्माण: जयंत सिन्हा

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मेघावी छात्र सम्मान समारोह का आयोजन

हजारीबाग ।सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बाबू गांव कोरा हजारिबाग में शुक्रवार को झारखंड अधिविध परिषद द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा में प्रथम 10 सर्वोच्च अंक लाने वाले भैया /बहनों के सम्मान समारोह का आयोजन किया गयाl कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि जयंत सिन्हा सांसद , हजारीबाग, विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के माननीय अध्यक्ष बृज कुमार विश्वकर्मा, सांसद प्रतिनिधि हजारीबाग अनूप भाई वर्मा ,सचिव, डॉक्टर सुबोध सिंह शिव गीत, सह सचिव राम बहादुर सिंह, संरक्षक डॉक्टर जटा धर दुबे, कोषाध्यक्ष नागेंद्र शर्मा, प्रसिद्ध समाजसेवी हर्ष अजमेरा, समिति सदस्य शैलेंद्र गुप्ता,सरस्वती शिशु विद्या मंदिर मालवीय मार्ग के अध्यक्ष नवल किशोर कर्ण, प्रधानाचार्य संजीव कुमार झा, रामनगर स्थित विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य राजेश कुमार पांडे, बाबू गांव विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य मनोज कुमार सिंह, अखौरी गोपाल सहाय एवं शैलेंद्र ठाकुर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं विद्या की देवी मां सरस्वती एवं भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया।

तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों का परिचय प्रधानाचार्य श्रीमान मनोज कुमार सिंह ने किया। विद्यालय प्रबंधन समिति के संरक्षक डॉ जटा धर दुबे ने मुख्य अतिथि जयंत सिन्हा को अंग वस्त्र, श्रीफल ,पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।एवं अन्य अतिथियों का भी स्वागत पुष्पगुच्छ अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया विषय प्रवेश कराते हुए स्थानीय विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के सचिव डॉ सुबोध सिंह शिवगीत ने विद्यालय का वृत्त रखते हुए कहा कि विद्यालय एक पत्थर से नहीं बनता बल्कि ह्रदय से बनता है।

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर का उद्देश्य धन कमाना नहीं बल्कि सभ्यता, संस्कृति और संस्कार के साथ-साथ भैया बहनों में राष्ट्रवाद की भावना का विकास करना है एवं उनके चरित्र का विकास करना है। 21 जून को संपूर्ण विश्व योग दिवस के रूप में मनाता है जिसका श्रेय अपने देश भारत को जाता है अर्थात अपना देश विश्व गुरु बनने की दिशा में अग्रसर है।

आगे उन्होंने कहा कि आज अपने देश के प्रतिष्ठित पदों पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में अध्ययन करने वाले भैया/बहन पदस्थापित है जो समाज सेवा के साथ-साथ देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इस अवसर पर गोपाल सहाय ने कहा कि विद्यालय को प्रतिमान का केंद्र बनाना है l सरस्वती शिशु विद्या मंदिर राष्ट्र चेतना का केंद्र बिंदु बनने के लिए अग्रसर है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जयंत सिन्हा सांसद हजारीबाग ने कहा कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षा प्रदान करते हुए विद्यालय में अध्ययनरत भैया बहनों में शारीरिक, मानसिक ,बौद्धिक एवं चारित्रिक विकास करने का काम कर रहा है l उन्होंने उपस्थित भैया बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में सफल होने के लिए हमें संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है।

हमें कोई भी कार्य करने से पहले उससे होने वाले सामाजिक लाभ के बारे में सोचना चाहिए ना कि व्यक्तिगत लाभ के बारे में सोचना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के साथ-साथ मानवता का सामंजस्य स्थापित करके ही हम सही दिशा में विकास कर सकते हैं l विज्ञान तथ्यों एवं प्रयोगों पर आधारित ज्ञान हमें प्रदान करता है, हम इसका समुचित प्रयोग कर देश एवं समाज का कल्याण कर सकते हैं।

और उन्होंने कहा कि मेरे सांसद मद से इस विद्यालय परिषद में बच्चों के लिए पुस्तकालय एवं सभागार भवन का निर्माण सांसद मद से कराया जाएगा 25 लाख की लागत से।मुख्य अतिथि के द्वारा इस अवसर पर प्रथम 10 सर्वश्रेष्ठ अंक लाने वाले भैया को स्मृति चिन्ह एवं उनके अभिभावकों को अंग वस्त्र एवं श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया गया।

प्रथम स्थान विद्यालय के पवन कुमार, द्वितीय स्थान शशिकांत कुमार एवं तृतीय स्थान भैया चंदन कुमार यादव ने सर्वाधिक अंक प्राप्त कर विद्यालय को गौरवान्वित किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले भैया बहनों को अपने शुभकामना देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। संपूर्ण कार्यक्रम विद्या विकास समिति, झारखंड के हजारीबाग विभाग प्रमुख, ओम प्रकाश सिन्हा के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।

मंच संचालन आचार्य अनूप कुमार तिवारी एवं पुरस्कार वितरण का कार्य आचार्य रवि कांत पाठक ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी के प्रति आभार एवं कृतज्ञता व्यक्त करते हुए अल्पना दीदी जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी आचार्य बंधु/ भगिनी एवं कर्मचारियों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के पाठ के साथ हुआl

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