ईमान की सलामती व अमन चैन और भाईचारे की मांगी गई दुआएं दुनिया
हजारीबाग। हजारीबाग शहर के पगमिल अवस्थित एहसान मंजर के आवासीय परिसर में माह ए रमजान के 1 तारीख को शुरू की गई तरावीह रमजान उल मुबारक के छठी शब को मुकम्मल हुई। बता दें कि हाफिज मोहम्मद फारुख के द्वारा तरावीह की नमाज पढ़ाई गई काफी इत्मीनान व सकून के साथ सभी नमाजियों ने तरावीह में मुकम्मल कुरान ए पाक को सुना और फैज हासिल किया। बता दें कि रमजान उल मुबारक के पाक महीने में बाद नमाज ईशा जमात के साथ तरावीह की नमाज पढ़ाई जाती है तरावीह की नमाज के मुकम्मल होने पर लोगों ने अल्लाह पाक का शुक्रिया अदा किया।
मुकम्मल तरावीह नमाज के अवसर पर मिलाद ए पाक का आयोजन किया गया जिसमें ओलमा ए कराम ने शिरकत फरमा कर अल्लाह और अल्लाह के प्यारे नबी हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जिक्र को बयान किया। इस मौके पर मौलाना अब्दुल वाहिद मिस्बाही ने बयान फरमाते हुए कहा कि हम लोग काफी खुशकिस्मत हैं कि हम एक ऐसे नबी की उम्मत में पैदा हुए जिस नबी की उम्मत में पैदा होने की ख्वाहिश अंबिया ने जाहिर की अल्लाह से उन्होंने इस बात की ख्वाहिश जाहिर किया कि हमें हजरत मोहम्मद की उम्मत में पैदा फरमा।
हम लोग खुश किस्मत हैं कि हम उस नबी की उम्मत में पैदा हुए जिसका जिक्र अल्लाह ने तमाम नबीयों में अफजल बताकर फरमाया। अल्लाह ने हजरत नबी के बारे मे बताया है कि हजरत मोहम्मद उनके सबसे चहेते नबी व रसूल हैं अल्लाह ने बयान किया है कि हमने इस दुनिया के तमाम मखलूक जिन्न व इंसान यहां तक कि तमाम कायनात को अपने नबी के सदके में पैदा फरमाया नबी की अजमतों को बयान करते हुए मौलाना अब्दुल वाहिद मिस्बाही ने कहा कि दुनिया व आखिरत में अगर कामयाबी हासिल करनी है तो हमें अपने नबी के बताए हुए तरीकों को अपनाना होगा।
मोकम्मिल तरावीह के मौके पर सभी ने मुल्क में अमन चैन व भाईचारे की दुआएं मांगी साथ ही अपने ईमान की सलामती और नबी ए पाक के बताए तरीके पर जिंदगी गुजारने की अल्लाह से दुआएं मांगी। इस मौके पर सरफराज अहमद, मोहम्मद अनीस, मोहम्मद शहजाद, नैयर इकबाल, मोहम्मद शमसुद्दीन, बिलाल खान, मोईन खान, इबरत खान, हसरत खान, मोहम्मद नासिर, जाईन रमेश, मोहम्मद सलीम, मोहम्मद शमीम, शमीम आलम, शकील अहमद, आसिफ रजा, एजाज अशरफ, सैफुल्लाह तबस्सुम, डॉ एस एम जमील, मोहम्मद मुश्ताक सहित सैकड़ों अकीदतमंद लोग मौजूद थे।