कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो नीति आयोग को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसने प्रधानमंत्री की मार्केटिंग करने और गलत आंकड़े देने के अलावा और कुछ नहीं किया है।
राहुल ने कहा कि हम इसे योजना आयोग से बदल देंगे जिसमें जानेनामे अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ होंगे और इसका स्टाफ 100 से कम होगा।
राहुल का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब नीति आयोग उपाध्यक्ष राजीव कुमार चुनाव आचार संहिता मामले में फंसे हैं।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए दो अप्रैल तक का वक्त दिया गया है। उन्होंने आयोग से पांच अप्रैल तक का समय मांगा था। कांग्रेस की न्यूनतम आय गारंटी के वादे के खिलाफ टिप्पणी को लेकर निर्वाचन आयोग की तरफ से कुमार को नोटिस जारी किया गया था और कुमार को गुरुवार शाम तक इसका जवाब देना था।
कुमार ने कहा था कि वह देश के बाहर हैं और चुनाव आयोग के समक्ष उनकी चिट्ठी को रखा गया था। आयोग ने 2 अप्रैल की शाम तक उनसे अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।
कुमार पर आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस के वादे को चुनाव के लिए चांद लाने जैसा बताया। उन्होंने ट्वीट भी किया था- प्रस्तावित आय गारंटी योजना आर्थिक परीक्षण, राजकोषीय अनुशासन परीक्षण और क्रियान्वयन परीक्षण में विफल है।