लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा सपा-बसपा गठबंधन के लिए यूपी में सात सीटें छोड़ने पर मायावाती और अखिलेश यादव दोनों के निशाना साधने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जवाब दिया है. प्रियंका गांधी का कहना है कि हम लोगों का एक ही मकसद है भाजपा को हराना. बसपा सुप्रीमो और सपा प्रमुख की सख्त प्रतिक्रिया पर सवाल पूछे जाने पर प्रियंका गांधी ने कहा, ‘हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते, हमें किसी के साथ कोई दिक्कत नहीं है. हमारा मकसद भाजपा को हराना है, यही मकसद उन लोगों का है.’ बता दें, रविवार को कांग्रेस ने एलान किया था कि वह लोकसभा चुनाव में सात सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी. ये वो सीटें हैं, जहां से बसपा और सपा पार्टी के बड़े नेता चुनाव लड़ रहे हैं.
जनवरी महीने में मायावती और अखिलेश यादव ने कांग्रेस को बाहर रखते हुए अपने गठबंधन का एलान किया था. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी और सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली पर अपने उम्मीदवार न उतारने का एलान किया था. बदले में कांग्रेस ने सात सीटों पर अपने उम्मीदवार न उतारने की घोषणा कर दी. कांग्रेस के इस कदम से यह संकेत गया था कि कांग्रेस अभी भी सपा-बसपा के साथ है.
बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आयेदिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आयें।
बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आयेदिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आयें।
कांग्रेस यूपी में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहाँ की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करके अकेले चुनाव लड़े आर्थात हमारा यहाँ बना गठबंधन अकेले बीजेपी को पराजित करने में पूरी तरह से सक्षम है। कांग्रेस जबर्दस्ती यूपी में गठबंधन हेतु 7 सीटें छोड़ने की भ्रान्ति ना फैलाये।
प्रियंका गांधी के बयान से पहले, मायावती ने कहा कि उनका कांग्रेस के साथ न केवल यूपी बल्कि पूरे देश में न किसी भी प्रकार का तालमेल और न कोई गठबंधन है. मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा था, ‘कांग्रेस यूपी में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहां की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करके अकेले चुनाव लड़े अर्थात हमारा यहां बना गठबंधन अकेले बीजेपी को पराजित करने में पूरी तरह से सक्षम है. कांग्रेस जबर्दस्ती यूपी में गठबंधन हेतु 7 सीटें छोड़ने की भ्रान्ति ना फैलाये.’
उत्तर प्रदेश में एस॰पी॰, बी॰एस॰पी॰ और आर॰एल॰डी॰ का गठबंधन भाजपा को हराने में सक्षम है। कांग्रेस पार्टी किसी तरह का कन्फ़्यूज़न ना पैदा करे!
मायावती के बाद अखिलेश यादव ने उनकी बात से सहमति जताई और ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और आरलेडी का गठबंधन भाजपा को हराने में सक्षम है. कांग्रेस पार्टी किसी तरह का कन्फ्यूजन न पैदा करे!’
यूपी कांग्रेस प्रमुख राज बब्बर ने रविवार को ऐलान करते हुए कहा था, ‘कांग्रेस मुलायम सिंह की सीट मैनपुरी, डिंपल यादव की सीट कन्नौज से अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी.’ साथ ही कहा था कि वे मायावाती, अजीत सिंह और जयंत चौधरी की सीट से भी चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसके अलावा पीलीभीत और गोंडा सीट अपना दल को देने का फैसला किया गया है.
बता दें, पूर्वी यूपी की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अभी उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार कर रही हैं. सोमवार को उत्तर प्रदेश में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि जनता के लिये अगला लोकसभा चुनाव एक चुनौती है और उसे यह तय करना होगा कि वह नफरत और फरेब की राजनीति चाहती है या विकास की. प्रयागराज से वाराणसी के बीच गंगा नदी में 100 किलोमीटर के सफर पर निकली प्रियंका ने अपने पहले पड़ाव के तहत भदोही के सीतामढ़ी स्थित जानकी मंदिर परिसर में आयोजित जनसभा में केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किये और कहा ‘आप (जनता) के लिये यह चुनाव नहीं बल्कि चुनौती है. उसे वोट दीजिये, जिसके लिये आपका दिल धड़कता है.’