गोड्डा जिले में अनाथ बच्चों को नहीं मिल रहा अनाज

विशेष संवाददाता द्वारा

गोड्डा. गोड्डा जिले में डीलरों के संवेदनहीनता की तस्वीर सामने आयी है, जहां राशन कार्ड में नाम दर्ज होने के बाद भी 2 अनाथ बच्चों को अनाज नहीं दिया जा रहा है. दरअसल गोड्डा जिले के सुन्दरमोड के कुसुम टोला के ग्रामीण इन दिनों अपने डीलर से परेशान हैं. कई ग्रामीण ऐसे हैं जिनके साथ अनाज देने के नाम पर ठगी की जा रही है. यहीं नहीं अनाथ और दिव्यांग बच्चों को भी उनके हक का चावल-गेहूं नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में अब बच्चे दाने-दाने के लिए मोहताज हो गए हैं.
गोड्डा में डीलरों की लगातार हो रही मनमानी से अब स्थानीय लोग काफी परेशान हैं. खासकर दिव्यांग और अनाथ बच्चे को समय पर राशन नहीं मिलने की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई जगह पर अनाथ बच्चों को अनाज दिया नहीं जा रहा है. वहीं अन्य ग्रामीणों का भी सफेद कार्ड बना दिया गया हैं.
दरअसल कुसुम टोला के 2 भाई सूरज महतो औऱ विकास महतो के पिता की मौत करीब 6 साल पहले हो गई थी. वहीं 5 साल पहले दोनों बच्चो की मां उन्हें गांव छोड़ कर कहीं चली गईं थी, जिसके बाद से दोनों का राशनकार्ड में नाम रहने के बावजूद डीलर उन्हें अनाज नहीं दे रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उन बच्चों के साथ कोई नहीं है. कभी-कभी वह अपने दादाजी के पास खाना खा लेता है और जब दादा जी घर पर नहीं होते हैं तो वह गांव में मांगने को मजबूर हो जाता हैऔर दाने-दाने को मोहताज हो जाता है.
राशन कार्ड में नाम रहने के बावजूद अनाज नहीं मिलना कहीं ना कहीं सरकारी सिस्टम की लापरवाही को दर्शाता है. अभिमन्यु महतो दोनों ही पैर से दिव्यांग हैं. वह बताते हैं कि राशन नहीं मिलने के कारण वह दूसरों पर आश्रित हैं. इनके राशन नहीं मिलने का कारण जब हमने डीलर से पूछा तो डीलर ने कहा कि अभिमन्यु महतो का कार्ड गलती से सफेद कार्ड बन गया है और सफेद कार्ड पर सिर्फ केरोसिन मिलता है. इस वजह से इन्हें अनाज नहीं मिल पा रहा है. लेकिन, सवाल यह उठता है कि आखिर किसकी लापरवाही से ऐसा हुआ है. हालांकि डीलर ने कहा कि MO साहब से बात हुई है, अब उन्हें अनाज देने की व्यवस्था की जाएगी.

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