ढेंगुरा गांव के खाता नंबर 128 रैयती जमीन का मामला
मुनैजा खातून को दान पत्र में मिली जमीन पर विवाद उत्पन्न किए जाने को लेकर ग्रामीण हुए गोलबंद, कहा वृद्ध महिला को बेवजह किया जा रहा परेशान
कटकमदाग प्रखंड अंतर्गत ढेंगुरा गांव निवासी वृद्ध महिला मुनैजा खातून को दान पत्र में मिली जमीन जिसका खाता नंबर 128 प्लॉट नंबर 2328 कुल रकबा 1 एकड़ 25 डिसमिल जिसमें हिस्सेदारी के अनुसार से 31.25 डिसमिल दखल कब्जे की जमीन पर विवाद उत्पन्न करने की बेवजह लगातार साजिशें रची जा रही है। जिसके कारण मुनीजा खातून का परिवार काफी परेशानियों के दौर से गुजर रहा है और काफी डरा सहमा हुआ है। इस मामले को लेकर मुनैजा खातून के पुत्र मो. निसार ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि खाता नंबर 128 प्लॉट नंबर 2328 रकबा 31.25 डिसमिल जमीन मेरी मां मुनैजा खातून को दान पत्र द्वारा हासिल है जो मेरे दादा अब्दुल रशीद ने मेरी मां को दान पत्र में लिख दिया था मेरी मां के दादा चूंकि नावल्द थे और मेरी मां को उन्होंने बचपन में ही गोद लिया था और जिस की परवरिश उन्होंने की इसीलिए उन्होंने अपने हक हिस्से और दखल कब्जे वाली जमीन को मेरी मां मुनैजा खातून को दानपत्र में लिख दिया था।
जिस पर उन लोगों के द्वारा बरसों से शांतिपूर्वक कायम काबिज व दखलकार रहकर खेती – गृहस्ती का कार्य करते चले आ रहे हैं। बताया कि उक्त भूमि का सरकारी रसीद मुनैजा खातून के नाम से निर्गत होता चला आ रहा है। उक्त भूमि पर द्वितीय पक्ष रूस्तम अली के पुत्रों मोहम्मद सोहराब, मोहम्मद मेहराब, अब्दुल रब व मोहम्मद इंतखाब के द्वारा बेवजह विवाद उत्पन्न किया जा रहा है बताया कि बीते सप्ताह अपने दखल कब्जे की जमीन के पर हम लोगों के द्वारा चहारदीवारी निर्माण का कार्य किया जा रहा था उस पर इन दबंग प्रवृत्ति के लोगों के द्वारा जबरन काम बंद कराने को लेकर विवाद उत्पन्न किया गया और हम लोगों को डरा धमका कर जमीन से हटने की धमकी दी गई। इससे पूर्व भी विगत 2019 में हमारी जमीन पर हम लोगों के द्वारा लगाए गए तीसी और सरसों के फसल को जेसीबी चलाकर नष्ट कर दिया गया था।
जिस पर न्यायालय द्वारा न्यायोचित कार्रवाई करते हुए द्वितीय पक्ष द्वारा हम लोगों को ₹10000 का मुआवजा राशि दिलवाया गया था। द्वितीय पक्ष द्वारा लगातार उन्हें इसी तरह बेवजह परेशान करने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि द्वितीय पक्ष द्वारा हमें लगातार डराया धमकाया जा रहा है कि हम लोग खेती और किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं करें अन्यथा बहुत ही बुरा होगा।
न्याय की गुहार लगाते हुए मुनैजा खातून ने कहा कि उक्त भूमि मेरे दादा अब्दुल रशीद की खतियान की जमीन है और उन्होंने मुझे दान पत्र में लिख दिया है जिस पर मैं बरसों से दखल कार चली आ रही हूं और इस जमीन द्वितीय पक्ष वाले विवाद उत्पन्न करने की नाकाम कोशिश करते आ रहे हैं जिसको लेकर उन्हें डराया धमकाया जा रहा है जिससे उन्हें काफी आघात पहुंचा है और हम सभी डरे सहमे हुए हैं। हम लोग प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हैं कि हमें इंसाफ दिलाया जाए इस मामले को लेकर खतियानी हिस्सेदारों और स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि मुनैजा खातून का हक़ अधिकार और दावा दखल इस दान पत्र में मिली जमीन पर बरसों से चला आ रहा है और द्वितीय पक्ष द्वारा बेवजह परेशान करने के लिए विवाद उत्पन्न किया जा रहा है जो सरासर नाजायज है। बताया कि उक्त भूमि शेख हस्नु की है और इनके वंशज अब्दुल रशीद ने अपने हक हिस्से की सारी जमीन को मुनैजा खातून को दान पत्र द्वारा लिख दिया था जिस पर वह बरसों से दखल कार हैं।