संजय सिन्हा,
धनबाद : इन दिनों कोयलांचल में बिक रहे देशी-विदेशी शराबों की गुणवत्ता की जांच नही की जा रही है। शराब में स्प्रिट हैं या पानी, मिश्रण क्या है, पता नहीं ? ऐसे में पता नही चलता हैं कि बोतल में शराब हैं या फिर….़़…..मौत। धनबाद से लेकर मैथन तक के जीटी रोड़ स्थित विभिन्न होटलों में नकली शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही हैं। क्षेत्र में खतरा मंडरा रहा है। किसी भी दिन बड़ी घटना घटने घट सकती है।
जानकार बताते है कि असली बोतल में नकली शराब भरकर क्षेत्र में खुलेआम बेचे जा रहे है। यहां तक नकली व्हिस्की, शराब तक बनाई जा रही है। बताते है कि निरसा के जोगीतोपा में बड़े पैमाने पर नकली देशी व विदेशी शराब बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बतादे कि इन दिनों पुलिस व उत्पाद विभाग ने लगातार छापेमारी की नकली शराब बनाने वालो का भंडाफोड़ की है। कई बार कई ड्राम स्प्रिट, हजारों की संख्या में नकली देशी व विदेशी शराब पकड़े गए है। जानकारी के अनुसार नकली शराब बनाने वाले शराब माफिया ने कई ड्राम स्प्रिट, हजारों की संख्या में व्हिस्की की खाली बोतलें व विदेशी शराब के नामी-गिरामी कंपनियों के रैपर मंगवाए हंै, जिससे वह चोरी छिपे अवैध शराब का गौरखध्ंाधा कर सके। बतादे कि जोरदार कमाई के लिए यह गोरखधंधा करने कर सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।
राज्य के अन्य इलाकों की अपेक्षा निरसा में यह खतरा सबसे ज्यादा है। वास्तव में जीटी रोड़ मंे निरसा से मैथन तक देशी शराब एवं विदेशी शराब की मांग आपूर्ति से कही ज्यादा है। यह इलाका बंगाल के सीमावर्ती इलाकों को भी छूता है। खपत के अनुसार सस्ती शराब उपलब्ध करने के फेर में बिचैलिए शराब की आपूर्ति भी कर सकते है। बताते है कि धनबाद कोयलांचल में नकली शराब का कारोबार करीब 20 करोड़ से अधिक की है।
बतादे कि जीटी रोड़ के इलाके में मिलावटी शराब का खतरा भी ज्यादा मंडरा रहा है। आशंका है कि किसी दिन भी कोई बड़ी घटना न हो जाए। वास्तव में जीटी रोड़ में बरकट्टा से निरसा-मैथन तक शराब की मांग सबसे ज्यादा है। यहां खपत के अनुसार सस्ती शराब उपलब्ध करने के फेर में बिचैलिए जहरीली शराब की आपूर्ति भी कर सकते है।
निरसा के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों धड़ल्ले से नकली देशी व विदेशी शराब बनाया जा रहा है। कोयलांचल में बिक रहे देशी-विदेशी शराबों की गुणवत्ता की जांच नही की जा रही है। शराब में स्प्रिट हैं या पानी, मिश्रण क्या है, पता नहीं ? ऐसे में पता नही चलता हैं कि बोतल में शराब हैं या फिर….़़…..मौत। धनबाद से लेकर मैथन तक के जीटी रोड़ स्थित विभिन्न होटलों में नकली शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही हैं। क्षेत्र में खतरा मंडरा रहा है। किसी भी दिन बड़ी घटना घटने घट सकती है। जानकार बताते है कि असली बोतल में नकली शराब भरकर क्षेत्र में खुलेआम बेचे जा रहे है। यहां तक नकली व्हिस्की, शराब तक बनाई जा रही है।
बताते है कि निरसा के जोगीतोपा में बड़े पैमाने पर नकली देशी व विदेशी शराब बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बतादे कि इन दिनों पुलिस व उत्पाद विभाग ने लगातार छापेमारी की नकली शराब बनाने वालो का भंडाफोड़ की है। कई बार कई ड्राम स्प्रिट, हजारों की संख्या में नकली देशी व विदेशी शराब पकड़े गए है। जानकारी के अनुसार नकली शराब बनाने वाले शराब माफिया ने कई ड्राम स्प्रिट, हजारों की संख्या में व्हिस्की की खाली बोतलें व विदेशी शराब के नामी-गिरामी कंपनियों के रैपर मंगवाए हंै, जिससे वह चोरी छिपे अवैध शराब का गौरखध्ंाधा कर सके। बतादे कि जोरदार कमाई के लिए यह गोरखधंधा करने कर सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। राज्य के अन्य इलाकों की अपेक्षा निरसा में यह खतरा सबसे ज्यादा है। वास्तव में जीटी रोड़ मंे निरसा से मैथन तक देशी शराब एवं विदेशी शराब की मांग आपूर्ति से कही ज्यादा है। यह इलाका बंगाल के सीमावर्ती इलाकों को भी छूता है। खपत के अनुसार सस्ती शराब उपलब्ध करने के फेर में बिचैलिए शराब की आपूर्ति भी कर सकते है। बताते है कि धनबाद कोयलांचल में नकली शराब का कारोबार करीब 20 करोड़ से अधिक की है।
बतादे कि जीटी रोड़ के इलाके में मिलावटी शराब का खतरा भी ज्यादा मंडरा रहा है। आशंका है कि किसी दिन भी कोई बड़ी घटना न हो जाए। वास्तव में जीटी रोड़ में बरकट्टा से निरसा-मैथन तक शराब की मांग सबसे ज्यादा है। यहां खपत के अनुसार सस्ती शराब उपलब्ध करने के फेर में बिचैलिए जहरीली शराब की आपूर्ति भी कर सकते है।