अभिनय आकाश
पटना। बिहार ने नरेंद्र मोदी और राजग को अपना अपार समर्थन दिया है। ऐसे में कयास यह लगाए जा रहे हैं कि नरेंद्र मोदी इसका तोहफा बिहार के नेताओं को मंत्री बना कर दे सकते हैं। केंद्र में बनने वाली नरेंद्र मोदी नीत सरकार में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है। कुछ अनुभवी और बड़े नेताओं के साथ इसका तालमेल रखा जाएगा। बिहार में करीब दस साल बाद केंद्रीय मंत्री परिषद में बिहार से 10 सांसदों को जगह मिलने की संभावना जताई जा रही है। बिहार में इस बार भाजपा के साथ लोजपा और जदयू भी रही है। इसलिए मंत्रालय के वितरण में भाजपा कोटे से मंत्रियों की संख्या कम हो सकती है। वहीं एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री का दावा लोजपा भी अंदरखाने कर रही है।
सीटों का बंटवारा भाजपा-जदयू में बराबर-बराबर हुआ था इसलिए यह माना जा रहा है कि मंत्री परिषद में बिहार में ऐसा ही कुछ तालमेल देखने को मिलेगा। इस कारण बिहार से भाजपा कोटे के मंत्री कम हो सकते है। कुशवाहा और दलित चेहरे को भी मंत्री बनाये जाने की चर्चा जोरों पर है। मंत्रीमंडल के गठन के वक्त जातीय समीकरण का भी ध्यान रखा जाए। बिहार से जीतने वाले राजग सांसदों में भाजपा के 17, जदयू के 16 और लोजपा के छह सांसद शामिल हैं। 17 भाजपा सांसदों में रविशंकर प्रसाद, राधा मोहन सिंह, अश्वनी चौबे, गिरिराज सिंह, रामकृपाल यादव और आरके सिंह जैसे छह सांसद पहले से ही केंद्रीय मंत्री हैं। जिसमें से कुछ की जगह 2 नए चेहरों पर तरजीह दी जा सकती है।