राजनीतिक संवाददाता द्वारा
पटना: बिहार में नए चुने गए सभी 24 विधानपार्षदों की कुंडली आ गई है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये सभी एमएलसी करोड़पति हैं और साथ ही इनमें से 15 के नाम पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एक एमएलसी ने अपने हलफनामे में एक बड़ी बात भी बताई है। इन 24 नवनिर्वाचित एमएलसी में बीजेपी के सात, आरजेडी के छह, जेडीयू के पांच, कांग्रेस के एक-एक और चार निर्दलीय एमएलसी शामिल हैं। थोड़ा और नजदीक से समझें तो JDU के नए विधानपार्षदों की संपत्ति 26.80 करोड़ रुपये और आरजेडी के नए विधानपरिषद सदस्यों की संपत्ति 23.50 करोड़ रुपये है।
ADR यानि एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स की रिपोर्ट को देखें तो इन नए सदस्यों में से 15 की क्राइम कुंडली भी है। आपराधिक मामलों को अंजाम देने के आरोप में पुलिस रिकॉर्ड में शामिल एमएलसी की पार्टीवार स्थिति बीजेपी (4), आरजेडी (5) और जेडीयू (3) है। गंभीर आपराधिक मामलों के हिसाब से देखे तों बीजेपी, जेडीयू और आरजेडी तीनों के ही तीन-तीन विधानपार्षद हैं।
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जहां तक सभी 24 नए एमएलसी की शैक्षिक पृष्ठभूमि का सवाल है, इनमें से नौ ने चुनाव आयोग को सौंपे गए अपने व्यक्तिगत हलफनामों में खुद को 8वीं से 12वीं कक्षा तक के स्तर से उत्तीर्ण घोषित किया है। जबकि 14 विधानपार्षद या तो स्नातक हैं या पोस्ट- स्नातक। इनमें से एक ने खुद को अनपढ़ भी बताया है। हालांकि, जिन 15 एमएलसी ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, उनमें से 11 पर हत्या, चोरी और रिश्वतखोरी से संबंधित गंभीर आपराधिक आरोप हैं। दूसरी ओर, एक एमएलसी पर हत्या और चार अन्य पर हत्या के प्रयास का आरोप है।