भाजपा लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बनाकर यह साबित कर दिया है कि पिछले पांच सालों में भाजपा की सरकार देश में सर्वांगीण विकास करने में पूर्णतः विफल रही है। भाजपा के पास विकास का कोई सच्चा आंकड़ा नहीं है जो जनता के समक्ष प्रस्तुत कर इस बार चुनाव में दोबारा वोट मांग सके। उक्त बातें प्रदेश कंाग्रेस कमिटी के प्रवक्ता डाॅ एम. तौसीफ ने आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के महागठबंधन के बायन पर प्रतिक्रिया स्वरूप कही।
डाॅ तौसीफ ने कहा कि एनडीए इस बार फिर से देश के 40 से ज्यादा छोटी-बड़ी पार्टियों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है, इससे साबित होता है कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एवं राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से घबराई हुई है।
डाॅ तौसीफ ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री गिलुवा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के द्वारा झारखंड में कई घोटाले किये गये, जिसका उजागर कांग्रेस पार्टी ने किया है तथा जनता के समक्ष सारे घोटालों का पोल खोल रखा है। नौकरी देने के नाम पर स्किल्ड घोटाला, गरीबों को कबंल बांटने के नाम पर कंबल घोटाला, खनन घोटाला, टैब घोटाल आदि घोटालों से आम जनता को शिकार होना पड़ा है।
लक्ष्मण गिलुवा व उनकी पार्टी विपक्ष की एकजुटा से पूरी तरह से घबराई हुई है। भाजपा का संगठन झारखंड में बहुत ही कमजोर है इसलिए लोकसभा चुनाव में बोरो प्लेयर द्वारा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हुई है, दिलचस्प बात यह कि ये बोरो प्लेयर के माध्यम से भाजपा झारखंड में खाता खोल पायेगी की नहीं यह बड़ा सवाल है। झारखंड के बेरोजगार नौजवानों, किसानों, महिलाऐं, असंगठित मजदूर, नौकरी-पेशा वर्ग के लोगों के अंदर केन्द्र एवं राज्य के भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रोश हैं।
झारखंड की आवाम भाजपा के खिलाफ वोट देने के लिए हर रोज दिन गिन रहे हैं। हर क्षेत्र व हर वर्ग के लोग भाजपा सरकार से सवाल कर रहे हैं कि अच्छे दिन के वायदे का क्या हुआ ?, दो करोड नौकरी, 15 लाख, कालाधन, महंगाई, भ्रष्टाचार जैसे वायदे खोखले साबित हुए।
डाॅ तौसीफ ने कहा कि झारखंड सरकार ने स्कूल के विलय करने का जो फैसले लिया उन फैसले के खिलाफ भाजपा के सांसदों ने ही कुछ दिन पहले इनकी विलय नीति के खिलाफ पत्र लिखा था, क्या जनता इस मुद्दे पर उनसे सवाल नहीं पुछेगी। इस बार जनता ने मन बना लिया है कि झूठ एवं खोखले वायदे करने वाली सरकार को देश से उखाड़ फेंकना है।