आरडीएसएस योजना के तहत अगले पांच वर्ष में विद्युत के क्षेत्र में आधुनिकीकरण सहित उपभोक्ताओं को गुणवत्ता युक्त विद्युत सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित
हजारीबाग। समाहरणालय सभागार में जिला विद्युत समिती की बैठक उपायुक्त नैन्सी सहाय की अध्यक्षता में शनिवार को सम्पन्न हुई। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि पुर्नाेत्थान वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसके तहत विद्युत के क्षेत्र में आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने, उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त विद्युत सुविधा, विद्युत वितरण, आपूर्ति एवं संलग्न संस्थाओं को सुदृढ़ करना है। उपायुक्त ने कहा कि जिला विद्युत समिति में सांसद की अध्यक्षता में विधायक, सभी सदस्य जिला परिषद समिति में सदस्य के रूप में रहेंगे।
वहीं उपायुक्त समिति का सदस्य सचिव की भूमिका में रहंेगे जबकि मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता विद्युत समिति में संयोजक के रूप में समिति में शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि समिति के द्वारा आरडीएसएस योजनानुसार विद्युत के क्षेत्र में आधुनिकीकरण कार्य की निगरानी किया जाना है। ताकि आमजनों के बेहतर विद्युत सुविधा उपलब्ध कराया जा सके। बैठक को सम्बोधित करते हुए माण्डू विधायक जेपी भाई पटेल ने विद्युत विभाग को सेवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कहा साथ ही जिला में ट्रांसफर की कमी के समाधान की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। वर्तमान में कार्यरत एजेंसियों की शिकायतों पर त्वरित निराकरण का अनुरोध किया।
मौके पर एसी विद्युत ने बताया कि आरडीएसएस योजना के तहत हजारीबाग जिले में विद्युत के क्षेत्र कई लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। कई चरणों में विद्युत के क्षेत्र में आधारभूत संरचनाओं एवं बेहतर सेवा के लिए क्रमिक सुधार किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि विद्युत वितरण के क्षेत्र में ट्रासमिसन लॉस को कम करने के लिए आधारभूत संरचना को अपग्रेड किया जाना है। उपभोकताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाना, पावर स्टेशन, सब स्टेशन आदि का सुदृढ़ीकरण सहित नये विद्युत केबल बिछाये जायेंगे। साथ ही कई आवश्यक गतिविधियां संचालित की जाएगी।आरडीएसएस की पहली बैठक में उपायुक्त सहित विधायक मांडू जेपी भाई पटेल, जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, अपर समाहर्ता, माननीय सांसद व विधायक के प्रतिनिधिगण, जिला परिषद सदस्यगण, विद्युत विभाग की वरीय अधिकारी सहित कई अन्य मौजूद थे।