दिल्ली व्यूरो
दिल्ली :अयोध्या में जमीन का अवैध कारोबार करने वाले प्रॉपर्टी डीलरों का नाम विकास प्राधिकरण द्वारा सार्वजनिक किया गया है। अयोध्या में सरयू के किनारे अवैध तरीके से जमीनें बेची गई और इसमें कई बीजेपी नेताओं के नाम भी शामिल है, जो जमीन की खरीद या बिक्री के अवैध कारोबार में लिप्त है। बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने भी राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर जमीनों की खरीद-बिक्री को लेकर जांच कराने की मांग की थी।
सरयू नदी के किनारे डूब क्षेत्र की जमीनों को अधिकारियों की मिलीभगत से प्रॉपर्टी डीलरों ने बेची हैं। इस खरीद-फरोख्त में किसी भी प्रकार के मानक का पालन नहीं किया गया। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने 40 ऐसे प्रॉपर्टी डीलरों की लिस्ट जारी की जिसमें उन जमीनों पर प्लॉटिंग कराकर कॉलोनी बसा दी।
अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा जारी की गई लिस्ट में बीजेपी नेताओं के भी नाम शामिल हैं। अयोध्या से बीजेपी विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय और अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक गोरखनाथ का नाम भी लिस्ट में शामिल है। इनका नाम आते ही हड़कंप मच गया और विपक्ष ने सरकार और बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया। बता दें कि पिछले वर्ष अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन को लेकर भी विवाद हुआ था। इस विवाद में भी अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय का नाम सामने आया था।
पिछले हफ्ते अयोध्या से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि अयोध्या में बड़े पैमाने पर प्रॉपर्टी डीलरों ने अवैध तरीके से जमीनों की प्लॉटिंग की और उसे लोगों को बेचा है। उन्होंने अधिकारियों की मिलीभगत का भी आरोप लगाया था। सांसद लल्लू सिंह ने एसआईटी गठित कर जांच की मांग की थी।
सरयू के किनारे का पूरा इलाका डूब क्षेत्र में आता है और इस भूमि पर निर्माण नहीं हो सकता, क्योंकि इसका नक्शा ही विकास प्राधिकरण से पास नहीं होता। लेकिन जिन लोगों की जमीन एक हजार स्क्वायर फीट तक की है, उन्हें नक्शा पास कराने की जरूरत नहीं होती। केवल आवास के नक्शे को जमा कराने की जरूरत होती है। अवैध जमीन बेचने वालों प्रॉपर्टी डीलरों ने इसी का फायदा उठाया और लोगों को हजार स्क्वायर फीट तक की जमीन बेच दी।