इस अवैध लॉटरी के कारोबार को लेकर स्थानीय प्रशासन है चुप्पी साधे
रिपोर्ट- अविनाश मंडल
पाकुड़:हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत तोराई गांव में अवैध एटीएम लॉटरी टिकट का कारोबार धड़ल्ले से चलाया जा रहा है, जिसे स्थानीय लॉटरी माफिया हृदया द्वारा धरतले से चलाया जा रहा है लेकिन यह कारोबार केवल एक छोटे से गांव तक सीमित नहीं है – यह पूरे जिले में फैल चुका है जैसे मकड़ी के जाले की तरह और यह कहीं न कहीं पुलिस की नाकामी को उजागर कर रहा है। सूत्रों के अनुसार हृदया अपने दो मालिकों, झुनझुन वाला और आशीष बिहार वाले के इशारे पर यह काले धंधे को चला रहा है, और यह पूरा नेटवर्क अब इलाके में चर्चा का विषय बन चुका है। इस अवैध कारोबार से जुड़ी गतिविधियां इतनी गहरी हैं कि स्थानीय लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, पुलिस प्रशासन की ओर से कोई भी ठोस कार्रवाई नजर नहीं आ रही है।पाकुड़ में शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक अवैध प्रबंध लॉटरी का कारोबार दिन-ब-दिन बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन स्थानीय पुलिस के द्वारा किसी भी तरह की सख्त कार्रवाई अभी तक देखने को नहीं मिल रही है। कई लोग अब तक अपनी मेहनत की कमाई गंवा चुके हैं, और इस धंधे में शामिल लॉटरी माफिया हृदया दिन-प्रतिदिन और भी ज्यादा शातिर होते जा रहे हैं और अपने अवैध प्रबंध लॉटरी के कारोबार को बेरोकटोक चला रहे हैं स्थानीय लोग अब इस मुद्दे पर खुलकर सामने आ रहे हैं और पुलिस से सवाल कर रहे हैं कि आखिरकार कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। एक ओर जहां लोग धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं, वहीं दूसरी और लॉटरी माफिया द्वारा कागज की छपाई कर गरीब मजदूरी दिहाड़ी करने वाले लोगों को अपनी जाल में फंसा रहे हैं,क्या पाकुड़ पुलिस प्रशासन का ध्यान इस गंभीर अपराध की ओर जाएगा? क्या हृदया और उसके मालिकों के खिलाफ कार्रवाई होगी? फिलहाल, यह सवाल खुला है, और जनता इसका जवाब चाहती है।