धनबाद : शहर के बिरसा मुंडा पार्क में रविवार को खासा बवाल मचा। धनबाद थाना के एक सिपाही को जब बिना टिकट पार्क में प्रवेश करने की एंट्री नहीं मिली तो थानेदार ने इसे दिल पर ले लिया। सदलबल पहुंचे और पार्ककर्मियों व नगर निगम के पदाधिकारियों से बदसलूकी कर बैठे। इतना से भी मन नहीं माना तो दुर्व्यवहार किया। टिकट काउंटर पर ऐसा धक्का मारा कि शीशे में दरार आ गई। बहरहाल, सिटी एसपी अजीत कुमार ने गंभीरता से लिया है और धनबाद थाने के थानेदार आरएन ठाकुर को भविष्य में फिर ऐसी गलती दोहराने से गुरेज करने की चेतावनी दी है।कुछ यूं घटी घटनादरअसल, नए वर्ष को लेकर बिरसा मुंडा पार्क में पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। हर दिन तीन से चार हजार लोग पहुंच रहे हैं। पार्क की देखरेख कर रहे कर्मियों एवं सिटी मैनेजर विशाल कुमार ने बताया कि रविवार को भी काफी भीड़ थी। इसी बीच टिकट काउंटर पर एक सिपाही पहुंचा। मोबाइल आगे बढ़ाते हुए किसी से बात करने को कहने लगा। टिकट काट रहे कर्मी ने कहा कि हम व्यस्त हैं, हमारे साहब पास में खड़े हैं, उनसे बात करवाएं। इस पर उसने नगर निगम के पदाधिकारी को तीखे स्वर में मोबाइल पर दूसरी ओर के व्यक्ति से बात करने को कहा। उसका अंदाज देख निगमकर्मी ने बात करने से इन्कार कर दिया। बस यही बात सिपाही को नागवार लगी, दूसरी ओर लाइन पर इंतजार कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने भी यह बात सुन ली।25 रुपये के टिकट के लिए कराई 50 फजीहतफिर क्या था, कुछ देर बाद ही धनबाद थाना प्रभारी आरएन ठाकुर दलबल के साथ आ गए। पार्क कर्मियों को एक लाइन से खड़ा कर दिया। कहा कि उस आदमी के बारे में बताओ, जिसने फोन पर बात करने से इन्कार किया। काफी देर तक पार्ककर्मियों को कतार में खड़ा रखा। निगम के पदाधिकारियों ने थाना प्रभारी एवं पुलिस जवानों को समझाने का प्रयास किया, पर वे सुनने को तैयार नहीं थे। इसी बीच इस मामले की सूचना पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी गई। तब आरएन ठाकुर व सिपाही वहां से वापस गए। निगमकर्मियों का कहना है कि पार्क में प्रवेश शुल्क 25 रुपये है। पर, सिपाही मुफ्त प्रवेश की जुगत में थे, इसलिए मोबाइल पर बात करवाना चाह रहे थे।
जानिए थानेदार को गुस्सा क्यों आया ? 25 रुपये के टिकट के लिए कराई 50 फजीहत
