हजारीबाग। उतरी शिवपुरी कृष्णा नगर में पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रज्ञा पुराण कथा का आयोजन को लेकर कलश यात्रा शनिवार को 251 महिलाओं द्वारा पीला वस्त्र धारण कर माथे पर कलश लेकर गाजेबाजे के साथ जल भरने सहर के खजांची तालाब पहुँची जहाँ मंत्रोच्चारण कर व पूजन कर जल भरा गया व यज्ञ स्थल पहुंचकर कलश पूजन तथा प्राणप्रतिष्ठा की शुरुआत की गई कलश यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में कटकमसांडी पूर्वी जिला परिषद सदस्या मंजू नंदनी शामिल हुई.
मौके पर जिला परिषद सदस्या ने गायत्री मंत्र का विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि गायत्री विश्व की माता है गायत्री वेदमाता है प्राचीनकाल में जब कोई मन्त्र नही था तो सभी ऋषिमुनियों ने गायत्री मंत्र की खोज किया .
वहीं डॉक्टर ललीता राणा ने कहा कि गायत्री मंत्र लोगो को शांति व सद्भाव का संदेश देता है गायत्री मंत्र का जाप करने वाले लोगो के सभी कष्टों का निवारण स्वता हो जाता है इस मंत्र में जात पात का कोई भेदभाव नही है ।
मोके पर यज्ञ समिति अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार वीरू,सचिव दामोदर सिंह,मुख्य ट्रस्टी बी. के विश्वकर्मा, गदोखर मुखिया नारायण साव, डुमर्मल जैन नकुलदेव प्रसाद, डॉक्टर मधुबाला वर्मा ,सरिता वर्मा,वार्ड पार्षद दीपक सिंह कमला पांडेय,विष्णुदत्त पांडेय,गीता पांडेय,राजकुमार प्रसाद,उषा सिंह,बबिता देवी,शिला भारती, उपासना उपाध्यय आशा देवी,आयुष वर्धन,ओम वर्धन,उपस्थित थें।