ठाकुरगंगटी
प्रखंड क्षेत्र के श्री दिघेश्वर नाथ राजकीय कृत उच्च विद्यालय पहाड़पुर दिग्घी में एक बार फिर चोरों ने मंगलवार रात चोरी की घटना को अंजाम दिया है। इधर विद्यालय में हुए चोरी की खबर जैसे ही ग्रामीणों को लगा तो इसकी सूचना विद्यालय के आदेशपाल रितेश मंडल के माध्यम से विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविंद्र कुमार को दी गई। जिसके बाद घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय मेहरमा थाना की पुलिस विद्यालय पहुंची और घटना का जानकारी लिया। जिसपर विद्यालय के प्रधानाध्यापक रविंद् द्वारा मेहरमा थाना को घटना की लिखित आवेदन देकर कार्यवाही करने की मांग की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार रात हुई चोरी की घटना इस विद्यालय में होने वाली तीसरी चोरी की घटना है,इसके पूर्व पहली घटना 7 जुलाई 2022 को हुई थी जिसको लेकर मेहरमा थाने में कांड संख्या 99/22 दर्ज किया गया लेकिन घटना का उद्भेदन नहीं किया जा सका। दूसरी चोरी की घटना 24 अप्रैल 2023 को घटी जिसको लेकर मेहरमा थाना में कांड संख्या 37/2023 दर्ज हुआ लेकिन इस घटना का उद्भेदन नहीं हो सका जिसके बाद चोरों का मनोबल सातवें आसमान पर जा पहुंचा और चोरों ने पुनः प्रशासन को चुनौती देते हुए लगातार तीसरी बार 24 सितंबर को पुनः उसी विद्यालय का ताला तोड़कर विद्यालय का इनवर्टर, बैटरी, कंप्यूटर, प्रिंटर, सीपीयू समेत विद्यालय निर्माण कार्य कर रहे संवेदक का ड्रिल मशीन, स्टील कटर मशीन, वाटर पंप सेट समेत कई सामानों को लेकर नौ दो ग्यारह हो गया। ऐसे में अब सवाल ये है कि जब इसके पूर्व 2 वर्षों में लगातार दो-दो बार विद्यालय में हुई चोरी की घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज हुई तो आखिरकार स्थानीय प्रशासन घटना का उद्भेदन क्यों नहीं कर पाई..? इस बाबत स्थानीय लोगों की माने तो इस तरह की घटना का पुनरावृत्ति होना वहां के स्थानीय प्रशासन की ढुलमुल रवैया को साफ प्रदर्शित कर रही है।
गोड्डा एसपी से रात्रि प्रहरी का किया था मांग
विद्यालय में लगातार हो रहे चोरी की घटना के बाबत प्रधानाध्यापक रविंद्र कुमार बताते हैं की चोरी की दूसरी घटना 24 अप्रैल 2023 तारीख को घटने के बाद उन्होंने स्वयं गोड्डा पुलिस अधीक्षक को एक लिखित आवेदन देकर विद्यालय में रात्रि प्रहरी या एक चौकीदार को प्रयुक्त करने की मांग किया था लेकिन इस पर किसी भी प्रकार का कोई पहल नहीं हो पाई।
ऐसे में अब सवाल ये है कि जब लगातर विद्यालय में चोरी की घटना घट रही थी तो फिर स्थानीय प्रशासन इतना उदासीन कैसे हो सकती है,क्या मेहरमा थाना की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह लचर हो चुकी है अगर नहीं तो फिर इस प्रकार के घट रहे घटना पर अंकुश क्यों नहीं लगा पा रही है मेहरमा पुलिस…