देवघर में त्रिकूट पर्वत हादसे में स्थानीय पुलिस की अहम भूमिका, थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार का साहसिक कदम

देवघर में त्रिकूट पर्वत हादसे में स्थानीय पुलिस ने अपनी अहम भूमिका निभाई, थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर डेड बॉडी को सुरक्षित नीचे उतारा।

संवाददाता

देवघर। त्रिकूट पर्वत हादसे में स्थानीय पुलिस ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। मोहनपुर थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार ने अपनी साहसिक भूमिका से हादसे के पीड़ितों के परिवारों को सहारा दिया है। हादसे के दूसरे दिन अहले सुबह से ही प्रियरंजन कुमार त्रिकूट पर्वत के चोटी पर मौजूद थे और स्थानीय लोगों को फोन करके बुलाया। स्थानीय पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर रिस्की ऑपरेशन को अंजाम दिया। एनडीआरएफ टीम भी मौके पर मौजूद थी, लेकिन उन्होंने अपनी भूमिका से कतराते रहे। एनडीआरएफ टीम ने डेड बॉडी को चोटी पर मिल जाने के बाद कहा कि हमारा काम सिर्फ यही तक था, अब आप लोग डेड बॉडी को नीचे कीजिए। इसके बाद एनडीआरएफ टीम ने डेड बॉडी को स्थानीय पुलिस को हैंडोवर कर दिया। स्थानीय पुलिस ने अपनी भूमिका को निभाते हुए डेड बॉडी को नीचे उतरने लगे और स्थानीय लोगों ने भी मदद की। थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार ने स्थानीय लोगों को कॉल के माध्यम से त्रिकूट पर्वत के चोटी पर बुलाया था। इस ऑपरेशन में थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार, विपिन कुमार, दामोदर चौकीदार, राजन चौकीदार, स्थानीय लोग बलराम, जसवंत, बुढ़ो, अजय, रामसर आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्थानीय पुलिस और स्थानीय लोगों की अहम भूमिका के कारण ही डेड बॉडी को सुरक्षित नीचे उतारा जा सका। थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार ने त्रिकूट पर्वत में हुए हादसे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया और मुन्ना कुमार के शव को बरामद करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सूझबूझ और नेतृत्व क्षमता ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार की प्रशंसा की जा रही है कि उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया।

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