विशेष संवाददाता द्वारा
पटना. राजधानी पटना के रिहायशी इलाके में शराब के एक बड़े गोदाम का भंडाफोड़ हुआ है. मद्य निषेध विभाग की टीम ने तीन मंजिले मकान की सबसे ऊपरी फ्लोर पर 80 लाख रुपए की शराब जब्त की है. हैरानी की बात है कि शराब का यह धंधा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में चल रहा था. मद्य निषेध विभाग की टीम गुप्त सूचना के आधार पर जब इस मकान की तीसरी मंजिल पर पहुंची तब हैरान रह गई. यहां पर कमरे के अंदर शराब की महंगी और ब्रांडेड तकरीबन 400 पेटियां छिपा कर रखी गई थीं.पटना के सहायक आयुक्त कमल किशोर ने बताया कि इस पूरे मामले में एक महिला को गिरफ्त में लिया गया है जिससे पूछताछ की जा रही है. जब्त किए गए शराब का बाजार मूल्य तकरीबन 80 लाख रुपये बताया जा रहा है. हैरानी की बात है कि राजधानी के बीचो बीच चल रहे शराब के इस अड्डे के बारे में पुलिस को भनक तक नहीं थी. आसपास के लोगों की शिकायत कंट्रोल रूम को दी गई सूचना के आधार पर जब मद्य निषेध विभाग की टीम मामले की जांच करने पहुंची तब शराब के एक बड़े गोदाम का खुलासा हुआ.
छापेमारी के दौरान कई ऐसे बैग मिले हैं जिसमें शराब को व्यवस्थित तरीके से पैक कर रखा गया था और उसकी होम डिलीवरी होनी थी. हाल के दिनों में मद्य निषेध विभाग की या बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. हालांकि अधिकारियों ने स्वीकार किया कि पूरे नेटवर्क को खंगालना विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है. फिलहाल इस मामले को लेकर उत्पाद विभाग ने अपने ही थाने में केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है.
मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान शराब माफिया मंटू कुमार भागने में सफल रहा लेकिन उसकी पत्नी अनुराधा मौके से गिरफ्तार कर ली गई. फिलहाल शराब माफिया की गिरफ्तारी के लिए निषेध विभाग ने पुलिस से भी सहयोग मांगा है. जब्त की गई भारी मात्रा में शराब पर चंडीगढ़ का प्रिंट और होलोग्राम मिला है. शराब कुरियर के माध्यम से पटना मंगाया गया था लेकिन सबसे बड़ी बात यही है कि शराब की इतनी बड़ी खेप सीमा पार कर राजधानी पटना के रिहायशी इलाके में पहुंच गई और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी.