राजनीतिक संवाददाता द्वारा
मुंगेली। इस समय छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के विधानसभा उम्मींदवारों के नाम की घोषणा किसी भी समय हो सकती है ओर घोषणा से पहले आपस में महिला नेत्रियों एक -दूसरे पर आरोप लगा रहें हैं ! मुंगेली जिला में विधानसभा की दावेदारी कर रहे प्रत्याशियों से संकल्प शिविर के नाम पर 50-50 हजार रूपये वसूलने का गंभीर आरोप लगा है। कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रही 2 महिला नेत्रियों ने जिला संगठन प्रभारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होने 50 हजार रूपये नही दिये, तो उन्हे मंच से जबरन नीचे उतार दिया गया। महिला नेत्रियों के इस बयान के बाद एक बार फिर कांग्रेस में उबाल हो गया है । इस समय छत्तीसगढ़ में चुनावी बिगुल बज चुका है। और एक तरफ बीजेपी का बड़े जोर -शोर से परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस संकल्प शिविर के जरिये लोगों से सीधा संवाद कर पार्टी को एकजुट होकर चुनाव लड़ने की नसीहत दे रही है। लेकिन मुंगेली जिला में आयोजित संकल्प शिविर का दृश्य ही कुछ अलग नजर आया। मुंगेली जिला में आयोजित संकल्प शिविर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावे अन्य बरिष्ठ नेताओं का जमाबड़ा होने बाला था । शिविर की तैयारी भी पूरी की हो चुकी थी, लेकिन मुख्यमंत्री तथा प्रमुख नेता मुंगेली नही पहुंच सके ! जिसके कारण सीएम बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में संकल्प शिविर का संचालन हुआ ! आयोजन ख़त्म होने के बाद मुंगेली कांग्रेस में बवाल होगया है। छग अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की सदस्य व कांग्रेस के विधानसभा प्रत्याशी की दावेदार रत्नावली कौशल और डा.सरिता भारद्वाज ने संकल्प शिविर के नाम पर 50 हजार रूपये वसूले जाने का आरोप लगाया है। दोनों महिला नेत्रियों ने बताया कि संकल्प शिविर के आयोजन के लिए सभी विधानसभा के दावेदार प्रत्याशियों से 50-50 हजार रूपये चंदा लिये जाने की बात कही गयी थी। लेकिन उन्होने शासकीय आयोजन होने का हवाला देते हुए पैसा देने से इंकार कर दिया था।
मुंगेली जिला में कांग्रेस की महिला नेत्रियों के इस खुलासे के बाद कांग्रेस पार्टी की छवि धूमिल हुआ है ! इस बात को लेकर पार्टी हाईकमान काफी गंभीर लग रहा है ! अब आगे पता चलेगा कि पार्टी हाईकमान इस मामले किस पर करबाई करेगा !