राजनीतिक संवाददाता द्वारा
राँची : सूत्रों के अनुसार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार श्री अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ने झारखंड के बड़े-बड़े भाजपा नेता से संपर्क में है जिसमें वर्तमान राज्यसभा सदस्य तथा पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रसाद प्रमुख है और बहुत से लोगों का कहना है कि पिंटू जल्दी ही भाजपा में सम्मिलित होने जा रहे हैं तथा कुछ लोगों का कहना है कि 4 जून के बाद यानि लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद पिंटू भाजपा में जाएंगे !
ऐसे तो श्री पिंटू के काले कारनामे की लंबी सूची है और उसको पूरा लिखने में 10 पेज से भी अधिक लग जाएगा! ऐसे पिछले दिनों पूर्व सीएम के प्रेस सलाहकार रहे अभिषेक प्रसाद ‘पिंटू’ ने ईडी को जमीन घोटाले मामले में बड़ी जानकारी दी है। अभिषेक प्रसाद पिंटू की ओर से ईडी को दिये गए बयान में बड़गाई अंचल के उस विवादित जमीन का भी जिक्र है, जिसकी वजह से हेमंत जेल में है। 191 पन्ने के चार्जशीट में पूर्व मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पिंटू के बयान को भी लिया गया है। जिसमें पिंटू ने कहा है कि हेमंत सोरेन के निर्देश पर ही उन्होने उदय शंकर को 8.86 एकड़ जमीन का सत्यापन करने को कहा था।
ईडी ने अभिषेक प्रसाद पिंटू से 18 मार्च को पूछताछ की थी। पिंटू का बयान पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें उन्होने स्वीकार किया था कि वो उदय शंकर को जानते है जो सीएमओ में तैनात अधिकारी है। पिंटू ने अपने बयान में कहा कि उन्हे याद है कि उन्होने हेमंत सोरेन के निर्देश पर बड़गाई में 8.86 एकड़ संपत्ति की जानकारी प्राप्त करने और सत्यापन करने का निर्देश दिया था। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने वॉट्सऐप पर उदय शंकर को सत्यापन के लिए दो और संपत्तियां दी थीं, जो हेमंत सोरेन और उनके परिवार की थी। ईडी ने पिंटू ने उनके और उदय शंकर के बीच 12 अक्टूबर 2022 को हुई वॉट्सऐप चैट दिखाई गई, जिसमें पिंटू उदय शंकर को दो संपत्तियों के सत्यापन के लिए निर्देश दिया था।
अभिषेक प्रसाद पिंटू की ओर से ईडी के सामने दर्ज कराये गए बयान ने सभी की आश्चर्य में डाल दिया है। जो शख्स तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ साये की तरह रहता था, जिसपर हेमंत सबसे ज्यादा भरोसा करते थे, वो ईडी के सामने टूट गया और हेमंत सोरेन के खिलाफ बयान दर्ज करा दिया। हेमंत सोरेन के समर्थक और आलोचक दोनों ये मानते है कि हेमंत सोरेन की टीम के कोर मेंबर रहे पिंटू और उन जैसे कई लोगों की वजह से हेमंत सोरेन को इतने मुश्किल समय से गुजरना पड़ रहा है। लेकिन जब खराब वक्त आया तो पिंटू जैसे लोग सबसे पहले किनारे हो गए