विजय सिन्हा,
देवघर: सारठ: अंचल क्षेत्र के सबैजोर गांव स्थित शिव-पार्वती मंदिर प्रांगण में आयोजित नौ दिवसीय महारूद्र यज्ञ को लेकर सोमवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। ढोल-नगाड़े के साथ निकाली गई कलश इस यात्रा में सबैजोर के अलावे हरिपुर, कोलडीह, देवली, जोगियाटिकुर, कुम्हराबांधी, मनीगढ़ी, बाराटांड़, बंदाजोरी, पृथ्वीबांध, नवाडीह, मिसराडीह, दरपा आदि गांवों के हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।
कलश यात्रा में 551 महिलाओं व कुआंरी कन्याओं ने माथे पर कलश व युवाओं ने हाथों में घ्वज लेकर हर-हर महादेव व जय श्रीराम के जयकारा लगाते हुए पुरा नगर भ्रमण करते हुए हरिपुर जोरिया पहूंचे। जहां यज्ञाचार्य छोटेलाल मिश्र व उनके सहयोगी पंडित सुमेश्वर झा, कार्तिक राजहंस, राजेश राजहंश, गोरीशंकर झा, रत्नेश्वर ओझा, देवानंद ओझा, भोला ठाकुर आदि ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यजमान त्रिपुरारी सिंह व उनकेी धर्म पत्नी देवंती देवी को जल मातृका की पूजा अर्चना कराया। व जल मातृका जीव मातृका व स्थल मातृका का आह्वान कराया। उसके बाद कलश में जल भरवाया गया। गाजे-बाजे के साथ सभी महिलायें माथे पर कलश लेकर यज्ञ स्थल पर पहूंची।
कलश यात्रा में शामिल सभी महिलाओं को यज्ञ समिति द्वारा शरबत व महाप्रसाद खिलाया गया। महारूद्र यज्ञ को लेकर पुरे गांव में भक्तिमय माहौल बना हुआ है। नौ दिन तक भागवत कथा व एक से बढ़ कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम को सफल बनाने में यज्ञ समिति के अध्यक्ष रत्नेश्वर प्रसाद सिंह, सचिव बमशंकर शाही, जयकुमार सिंह, नित्यानंद सिंह, सुरेश सिंह, अजय सिंह, अमरनाथ सिंह, सत्येन्द्र सिंह, नवीन सिंह, शैलेश सिंह, महेश प्रसाद राय, मृणाल रक्षित, राजेश रवानी, विलास महतो, अनील रक्षित, अंबिका सिंह, निरज कुमार, संतन शाही, विपुल कुमार, रंजन कुमार समेत पुरे ग्रामीणों का सहयोग देखा गया।