पहले फूट-फूट कर रोए , अब शिंदे गुट में हो गए शामिल

व्यूरो
मुंबई :महाराष्ट्र विधानसभा में सोमवार (4 जुलाई, 2022) को फ्लोर टेस्ट के दौरान उद्धव ठाकरे गुट के एक और विधायक संजय बांगर शिंदे गुट में शामिल हो गए। शिंदे के साथ आए विधायक संतोष बांगर करीब एक हफ्ते पहले ही उद्धव ठाकरे के समर्थन में सार्वजनिक रूप से रो पड़े थे।
24 जून को जब उद्धव ठाकरे विधायकों को एकनाथ शिंदे के विद्रोही समूह में शामिल होने से रोकने के लिए लड़ रहे थे, उसी दौरान संतोष बांगर ने ठाकरे के समर्थन में एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वो अपने निर्वाचन क्षेत्र में हाथ जोड़कर रोते हुए लोगों को संबोधित करते हुए नजर आए।
संतोष बांगर वर्तमान में महाराष्ट्र की कालमनुरी विधानसभा से विधायक हैं। वो पिछले कई साल से शिवसेना से जुड़े रहे हैं। बांगर महाराष्ट्र के हिंगोली जिले से हैं। शिवसेना ने उन्हें 2017 में हिंगोली जिले का अध्यक्ष बनाया था। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उन्होंने कालमनुरी विधानसभा से जीत दर्ज की थी। मायनेता डॉट इंफो के अनुसार, 42 साल के संतोष 7वीं पास हैं। उन्होंने 1994-95 में मानिक मेमोरियल आरे स्कूल से पढ़ाई की। इनके पिता का नाम लक्ष्मणराव रामजी बांगर है।
सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा में एकनाथ शिंदे ने फ्लोर टेस्ट में 164 वोटों के साथ बहुमत साबित कर दिया है। इस शक्ति प्रदर्शन के साथ ही अब महाराष्ट्र की बागडोर शिंदे के हाथों में चली गई है। फ्लोर टेस्ट पर बहुमत साबित करने के लिए एकनाथ शिंदे को 144 विधायकों के वोट चाहिए थे पहले ये फ्लोर टेस्ट ध्वनि मत से होना था लेकिन विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा था जिसकी वजह से विधानसभा अध्यक्ष ने मतदान के जरिए ये टेस्ट करवाया। इस वोटिंग में शिंदे के पक्ष 164 जबकि विपक्ष में 99 वोट पड़े वहीं इस दौरान 22 विधायक नदारद रहे।
30 जून को जब एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तो उन्होंने इसके तुरंत बाद शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने विधानसभा में स्थित शिवसेना कार्यालय को सील करवा दिया था। इसके बाद शिंदे ने विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव करवा के बीजेपी के राहुल नार्वेकर को विधानसभा अध्यक्ष बनवाया।

 

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