हजारीबाग। अभी बरसात का मौसम है इस मौसम में बुखार सर्दी खांसी आम बात है लेकिन एक और बीमारी जो तेजी से वायरल हो रही है वह है आंखो में इन्फेक्शन यानी कंजक्टिवाइटिस जो अभी पूरे देश में तेजी से फैल रही है । यह बच्चो को ज्यादा संक्रमित करता है,यह काफी संक्रामक होता है, और बहुत तेजी से दूसरे लोगों में भी फैल सकता है।
इससे कैसे बचे और क्या उपाय करे इसके लिए हजारीबाग के प्रसिद्ध होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ आनन्द शाही (ओकानी लोहार टोली हजारीबाग) के उपाय और इलाज द्वारा बताया गया ।आंखों के संक्रमण (इंफेक्शन) के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार कैसे करे : आँखों का संक्रमण या आई इंफेक्शन आँखों में होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक होता है।
यह संक्रमण बैक्टिरीया, वायरस, फंगल या अन्य किसी भी प्रकार से हो सकता है। इस बीमारी के होने के लिए कोई खास उम्र नहीं होती और यह एक साथ दोनों आँखें को भी प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही यह आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो सकता है। *आंख में इंफेक्शन होने पर लाल या सूजन होने के अलावा और भी लक्षण होते हैंआँखों में लाल होने एवं सूजन के साथ दर्द होना, पलकों को छूने पर दर्द महसूस होना, आँख से पीले या हरे रंग का या रंगहीन पदार्थ आना, आँखों की पलकों के पास पपड़ी जमना खासकर सुबह के समय, आँखों से कीचड़ आना, दृष्टि का धुंधला होना, आँखों से लगातार पानी बहना, जलन होना आंख में संक्रमण से बचने के उपायआंख में संक्रमण न हो इससे बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-अपने हाथों को अच्छी प्रकार बार-बार धोते रहें, अपने तौलिए, रूमाल और आई ड्रॉप किसी के भी साथ शेयर न करें क्योंकि इससे दूसरे व्यक्ति को भी संक्रमण हो सकता है, आँखों को तेज धूप व धूल भरे वातावरण से बचा कर रखें, आँखों को हाथों से न रगड़े और गन्दे हाथों को आँखों पर न लगाए, आँखों को किसी भी प्रकार के उत्तेजक पदार्थ के सम्पर्क में न आने दें जैसे धुआँ या केमिकल आदि की तेज गन्ध, बाहर जाते वक्त आँखों पर काला चश्मा पहन कर रखें, कान्टेक्ट लेन्स का प्रयोग न करें।कंजक्टिवाइटिस के लिए होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ आनन्द कुमार शाही के द्वारा होमियोपैथिक दवा क्या है और कैसे उपयोग कर सकते है आइए जाने आंखो के इन्फेक्शन( कंजक्टिवाइटिस)की होमियोपैथिक दवा-BELLADONA 30EUPHRASIA OFF 30PULSATILA 30एक्यूट कंजक्टिवाइटिस के लिए बेलाडोना सबसे अच्छा विकल्प है। इसका उपयोग तब किया जाता है जब आंखें स्पष्ट रूप से लाल, सूखी और सूजी हुई हों।जब आंखों में सूजन के साथ तीखा स्राव हो तो यूफ्रेशिया की दी जाती है।
आंखों में लालिमा, जलन और खुजली देखी जाती है। कंजक्टिवाइटिस के लिए उपर्युक्त होम्योपैथिक दवाओं में से, पल्सेटिला का उपयोग तब किया जाता है जब आंखों से डिस्चार्ज मौजूद होता है। डिस्चार्ज हरे रंग का होता है।