मुखिया की मनमानी रवैये से त्रस्त ग्रामीण जूझ रहे पेयजल संकट

मसलिया: दुमका के मसलिया प्रखंड के धोबनाहरिनबहाल पंचायत मुखिया की लापरवाही व अनदेखी के कारण सरकार की महत्वाकांक्षी जल-नल योजना विफल साबित हो रही है। इसको लेकर ग्रामीणों ने रविवार को मुखिया के मनमानी रवैये के विरुद्ध नाराजगी जाहिर करते विरोध प्रदर्शन कर जल्द जलमीनार चालू कराने की मांग की है। ग्रामीण संदीप कुमार व माधव पाल ने बताया कि गांव के इस टोले वासियों के लिए पूर्व के मुखिया के कार्यकाल में चार सोलर वाला चापाकल से जोड़कर पंद्रह सौ लीटर की टंकी लगवाया। जो मात्र छह महीने चलने के पश्चात बंद हो गया। जिससे टोलेवासियों को पीने के लिए पानी की किल्लत शुरू होने लगी। गोलबंधा मंदिर परिसर हटिया परिसर होने के कारण इस टंकी का चालू करना बहुत जरूरी है लेकिन न तो पूर्व मुखिया ने ठीक कराया और न ही वर्तमान मुखिया पुतुल मुर्मू रुचि दिखा रही है। कहने पर सिर्फ आस्वासन और मद नहीं है का बहाना बना रही है। जबकि चुनाव के पूर्व वादा की थी कि जीतने के बाद सब ठीक करा देंगे। गोलबंधा दुर्गा मंदिर प्रांगण में एक चापाकल है जिसका पानी पीने योग्य नहीं है वहीं अन्य एक चापाकल हटिया परिसर का चापाकल भी मरम्मत के अभाव के कारण बंद पड़ा हुआ है। टंकी बंद होने के बाद अभी ग्रामीणों को दूसरे पंचायत के चापाकलों व नदी का पानी पीना पड़ रहा है। ग्रामीण संदीप कुमार ,माधव पाल ,शेखर साह,प्रदीप साह,बाबू राय, बंटी कुमार, राजा कुमार, बजरंग कुमार , विशाल कुमार,अमित कुमार ,भजन मंडल,डाक्टर साह ने अभिलंब जलमीनार चालू कराने की मांग की है। इस संदर्भ में पंचायत की मुखिया पुतुल मुर्मू का फ़ोन उनके पति गोराचांद हांसदा ने उठाकर कहा कि चापाकल ठीक नहीं कराएंगे। पंद्रहवीं मद के बारे में पूछने पर अब तक दो किस्तों में दस लाख रुपये की बात स्वीकारा । कहा कि खबर छाप दीजिये जो होगा देख लेंगे।

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