*बासुकीनाथ में मिले बालक को सीडब्ल्यूसी ने मां के साथ भेजा घर
*शहर में भटक रहे 11 वर्षीय बालक को बालगृह में किया आवासित*
दुमका (सुधांशु शेखर) : श्रावणी मेला में बासुकीनाथ में बिछड़े 10 वर्षीय बालक को बाल कल्याण समिति ने उसकी मां के साथ घर भेज दिया है। इस बालक को सोमवार को चाइल्डलाइन द्वारा बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। अभिभावकों के नहीं आने के कारण समिति ने बालक को बक्सीबांध रोड स्थित बालक गृह में आवासित कर दिया था। मंगलवार को बालक की मां समिति के समक्ष उपस्थित हुई। सदस्य कुमारी विजय लक्ष्मी ने बालक की मां का बयान लिया। उसकी मां ने बताया कि वह फूल बेचने का काम करती है। अपनी रिश्ते की सांस और बच्चों के साथ बासुकीनाथ पूजा करने आयी थी कि उसका बेटा भीड़ में उससे बिछड़ गया। वह अपने बेटे को अपने साथ घर ले जाना चाहती है। वह बेटा का स्कूल में नामांकन करवायेगी और उसे पढ़ायेगी। समिति ने पहचान के आधार पर बालक को उसकी मां को सौंप दिया। इस मामले की सुनवायी में समिति के सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डा राज कुमार उपाध्याय और कुमारी विजय लक्ष्मी मौजूद थे। मंगलवार को शहर के इनडोर स्टेडियम के पास 11 वर्षीय एक बालक भटकता हुआ मिला जिसे चाइल्डलाइन दुमका के टीम मेंबर अनिल कुमार साह ने बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। बालक ने अपने बयान में बताया कि वह शहर के शिवपहाड़ इलाके में रहता है। वह दिनभर सड़कों पर घुमता रहता है और लोगों से मांग कर खाता है और शाम में घर चला जाता है। उसके अभिभावकों के सामने नहीं आने पर समिति ने उसे अगले आदेश तक बालगृह में आवासित कर दिया है। समिति ने चाइल्डलाइन दुमका को बालक के पिता और माता को खोज कर समिति के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डा राज कुमार उपाध्याय और कुमारी विजय लक्ष्मी ने दोनों मामले की सुनवाई की।