गोमो। झारखंड राज्य किसान सभा एवं सीटू द्वारा उतरी छोटा नागपुर प्रमंडलीय किसान कन्वेंशन गोमिया (बोकारो) में सम्पन्न हुई। कन्वेंशन में बोकारो, कोडरमा, धनबाद, , रामगढ़, हजारीबाग, गिरीडीह जिलों से 200 से ज्यादा किसान प्रतिनिधि उपस्थित थे।कन्वेंशन को अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कृष्ण प्रसाद ने संबोधित करते हुए कहा केन्द्रीय मोदी सरकार किसान विरोधी सरकार है।
2014 में किसान विरोधी भूमि अध्यादेश लाया, देशव्यापी विरोध के कारण वापस लेना पड़ा,तीन कृषि कानून लाया,13 माह चलीं किसान आन्दोलन,715 किसानों की शहादत के बाद कृषि कानून रद्द करना पड़ा, वर्तमान केन्द्रीय बजट घोर किसान- मजदूर विरोधी बजट है। 9 फरवरी को देशव्यापी काला दिवस मनाया गया।केरल सरकार द्वारा 2800 रू किवंटल धान खरीदी जाती है।
झारखंड में 10 रू से 12 रू में धान खरिदी जाती । किसान- मजदूर विरोधी केन्द्रीय बजट के खिलाफ 9 फरवरी को झारखंड सहित पूरे देश में काला दिवस मनाया गया, पूतला फूंका गया।5 अप्रेल को 5 लाख किसानो- मजदूरों की दिल्ली रैली का आव्हान किया। झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो ने कहा 40 प्रतिशत से ज्यादा झारखंड में खनिज संपदा के बावजूद झारखंड में सबसे ज्यादा गरीबी , भूखमरी, पलायन, विस्थापन, हाथियों का आतंक, जबरन भूमि अधिग्रहण कायम है, सर्वाधिक महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण के खिलाफ सी.एन.टी.-एस.पी.टी.एकट,जल, जंगल, जमीन की रक्षा के मुद्दों को लेकर कर झारखंड में किसान आन्दोलन तेज़ करने का आव्हान किया