चंपा दिसोम सोहराय महापर्व प्रेम का प्रतीक है: मुख्य अतिथि किस्टो बेसरा
हजारीबाग। चंपा दिशोम सोहराय महापर्व रविवार को ऑल संथाल स्टूडेंट्स यूनियन, आदिवासी केंद्रीय सरना समिति, आदिवासी छात्र संघ एवं आदिवासी संथाल समाज के बैनर तले संयुक्त रूप से बनाया गया है जिसका नेतृत्व ऑल संथाल स्टूडेंट यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज टुडू ने किया।
सर्वप्रथम नाइके विकास गुड्डू ने मांझी थान में पूजा अर्चना की उसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किस्टो बेसरा, विशिष्ट अतिथि नगर महापौर रोशनी तिर्की, डीएसपी पदमा ताला सोरेन ने मांझीथान में प्रार्थना कर कार्यक्रम की शुभारंभ की गई।
इस कार्यक्रम में प्रत्येक ग्राम के मांझी हड़ाम, नायके, जोगवा,प्राणिक, कुडम नायके,ग्राम प्रधान को समानित किया गया।जिनमें संतोष बास्के गोबेरदाहा मांझी हड़ाम, महादेव टुडू बिनकारवा मांझी, डुमरिया नायिका किस्कू, सहदेव किस्कू बागजोबरा, मोती हेंब्रम अकाकुंबा, नंदकिशोर मुर्मू कोडरमा, मुंशी मुर्मू गिरिडीह,सुरेश मुर्मू मरकच्चो हजारीबाग जिले में विभिन्न छात्र-छात्राएं जो पहली दफा हजारीबाग में आए हैं उनका स्वागत किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम गोबेरदाहा, बिनकरवा,डुमरिया,बागजोबरा,अकाकुंबा, आदिवासी बालिका छात्रावास आदिवासी बालक छात्रावास, कजरी भोसरी का सीआईडी लोटे , विष्णुगढ़ टाटीझरिया बरकट्ठा हेसागड़ा, करमाबेड़ा, रंगुबेड़ा, इत्यादि ग्रामीणों का सहयोग रहा।
मुख्य अतिथि किस्टो बेसरा ने कहा चंपा दिसोम सोहराय महापर्व प्रेम का प्रतीक है, सोहराय पर्व में ग्रामीणों में अपने बैलों की पूजा की जाती है क्योंकि इसके द्वारा सही हम लोग खेती बारी करते हैं और अपने आर्थिक समृद्धि पाते हैं।बंधन एक्का ने कहा सोहराय पर्व समस्त आदिवासी अभी धूमधाम से मनाते हैं और सबके चेहरों में उल्लास रहता है।
महापौर रोशनी तिर्की ने कहा कि हमारा प्रयास है कि यह सरना, सरहुल मैदान को पूरा साफ किया जाएगा और सुंदरीकरण किया जाएगा।डीएसपी पदमा ताला सोरेन ने कहा ग्रामीणों के साथ युवा पीढ़ी भी अपने भाषा संस्कृति पर्व त्यौहार को जिंदा रखने के लिए इस प्रकार का कार्यक्रम करना बहुत जरूरी है और हजारीबाग शहर में यह सोहराय महापर्व का होना एक सौभाग्य से कम नहीं है मैं सभी छात्र-छात्राओं को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं इस प्रकार के शानदार कार्यक्रम करने के लिए।
सुशील ओड़िया ने कहा युवा के साथ-साथ ग्रामीणों का शरीक होना अपने आप में रोमांचक बनाते हैं और पूरा विश्वास है कि आने वाले समय पर हमारे संस्कृति एक विश्व स्तर पर नजर आएगी। रमेश हेंब्रम ने कहा सरहुल मैदान हमारी एक आस्था का स्थल है जहां पर सरना स्थल, मांझी थान, जाहेर थान सब है और इसमें सुंदरीकरण करना बहुत जरूरी है जो आदिवासियों के साथ साथ प्रत्येक हजारीबाग के लिए एक सौभाग्य होगा हमारा मकसद सरहुल मैदान सुंदरीकरण करना ताकि सभी लोग शान से इस ग्राउंड पर घूमने फिरने आ सके।
केंद्रीय अध्यक्ष मनोज टुडू ने कहा मरांग बुरु हमारा था हमारा है और हमारा रहेगा।कार्यक्रम को सफल करने में केंद्रीय अध्यक्ष मनोज टुडू,केंद्रीय प्रवक्ता आनंद सोरेन, रमेश हेंब्रम, जिला अध्यक्ष सह नाइके विकास टुडू, इंद्रिय महासचिव नरेश हेमरोम,पन्नालाल मुर्मू, जिला सचिव संतोष हंसदा,जिला उपाध्यक्ष अनुराग मुर्मू राजा हेंब्रम, छोटन मुर्मू,आदिवासी आदिवासी केंद्रीय सरना समिति हजारीबाग से बंधन एक्का, रतन केरकेटा,दिनेश, फुलवा कच्छप, प्रीतम उरांव,सरोज लकड़ा ,फुलवा कच्छप, महेंद्र टोप्पो, जितवाहन भगत,आदिवासी छात्र संघ अध्यक्ष अजय टोप्पो केंद्रीय उपाध्यक्ष सुशील ओड़िया, आदिवासी सिंगल अभियान के अध्यक्ष बाहर हंसदा,शनिचरा सोरेन, महादेव मुर्मू,नवीन टुडू ,दुर्गा मुर्मू, हरीश मुर्मू ,मनीष रवि ,नीलेश ,पेरू, सागर टुडू, राहुल टुडू, राजकुमार किसको कालेश्वर मुर्मू सिकंदर मरांडी चंदन कालेश्वर सुरेश प्रकाश, ललिता सोरेन मनीषा प्रीति लाकड़ा सावित्री टुडू,विनीता हेमरोम पुनीता केस शीतल सोरेन ,सोहा हंसदा,एलिसा, गुड़िया हसदा अलीशा नेहा पर सीमा लफड़ा सुप्रिया टोप्पो पूनम सोरेन नमिता टो को श्वेता खालको आशा किरण खलखो लक्ष्मी खल को अनीशा बाखला,गीता बाकला इत्यादि लोगों ने योगदान दिया कार्यक्रम को सफल करने मैं महत्वपूर्ण योगदान दियाइसमें सुंदरीकरण करना बहुत जरूरी है जो आदिवासियों के साथ साथ प्रत्येक हजारीबाग के लिए एक सौभाग्य होगा हमारा मकसद सरहुल मैदान सुंदरीकरण करना ताकि सभी लोग शान से इस ग्राउंड पर घूमने फिरने आ सके।