रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने लोकसभा में पेश हुए आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश के वेतनभोगी वर्ग, मध्यम वर्गीय परिवार, कोरोना महामारी, कमर तोड महंगाई से राहत की उम्मीद कर रहा था लेकिन इन्हें निराशा हाथ लेगी। इन सबों के साथ विश्वासघात किया गया। ठाकुर ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर कर लगाकर क्रिप्टोकरेंसी को बिना विधेयक लाये ही वैध करार दे दिया गया है।
श्री ठाकुर ने कहा कि इस आम बजट से झारखंड को काफी उम्मीदें थी लेकिन झारखंड को इस आम बजट में कोई विशेष महत्व नहीं देना यह दर्शाता है कि केन्द्र सरकार के लिए झारखंड कोई महत्व नहीं रखता। ठाकुर ने कहा कि यह बजट हर पायदान पर औंधे मुंह गिरा है।
श्री ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार ‘‘कहां तो वादा किसानों की आय दोगुनी करने का था’’ और कहां यह बजट कोरपोरेट साथियों की आय चैगुनी कर गया। बजट में अर्बन ट्रांस्पोर्ट, अर्बन हाउसिंग, अर्बन हाइवे, का जिक्र तो है लेकिन रूरल हाउसिंग, रूरल ट्रांस्पोट और रूरल रोड का कोई जिक्र नहीं है। मध्य वर्ग को यह उम्मीद थी कि आयकर के स्लैब में कुछ राहत मिलेगी और 80 सी का दायरा भी बढ़ाया जाएगा। लेकिन इसमें भी निराशा ही हाथ लगी। कैपिटल एक्सपेंडिचर में कुल 02 लाख करोड की बढ़ोतरी है लेकिन कुल खर्च में बढ़ोतरी नजर नहीं आयी। इससे यह पता चलता है कि सरकार ने खाद और फुड सब्सीडी में जबरदस्त कमी की है।