News Agency : बिहार में पांचवे चरण के चुनाव में 6 मई को पांच लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। पांचों सीटों पर मुकाबला एनडीए बनाम महागठबंधन तो है ही लेकिन इस दौर में क्षेत्रीय दलों का काफी कुछ दांव पर लगा है। सीतामढ़ी और हाजीपुर में तो सीधा मुकाबला क्षेत्रीय दलों के बीच ही है। बाकी बची 3 सीटों पर भी क्षेत्रीय दल सब कुछ बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। मधुबनी सीट पर शकील अहमद के निर्दलीय उतरने से लड़ाई त्रिकोणीय बन गई है। लेकिन इसके बावजूद गठबंधन…
Read MoreCategory: विचार
जौनपुर के किसानों का सवाल, मोदी ने 2000 रुपये देकर वापस क्यों ले लिया
‘हमें न तो आवास मिला और न ही शौचालय मिला है. सरकार ने गैस सिलेंडर तो दिया है लेकिन उसे भी बहुत कम इस्तेमाल करता हूं, क्योंकि हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं कि उसे दोबारा भरा सकें. इस बीच पीएम किसान योजना के तहत सरकार ने दो हजार रुपये खाते में भेजे थे, लेकिन कुछ ही घंटों में उसे वापस ले लिया. अब बताइए हम जैसा गरीब आदमी क्या करे.’ उत्तर प्रदेश के जौनपुर ज़िले के नेवढ़िया गांव के निवासी विजय बहादुर ने ये बात कही. 35 वर्षीय बहादुर…
Read Moreक्या आरएसएस के प्रभाव से बीजेपी जीतती है चुनाव?
भारत में पिछले कुछ सालो में आरएसएस यानि राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ का प्रभाव बढ़ा है पर क्या यह महज संयोग है कि इसके साथ बीजेपी ने अपना दायरा बढ़ा लिया है. संघ से जुड़े लोग कहते हैं कि बेशक बीजेपी वैचारिक रूप से उनके करीब है पर बीजेपी का अपना असर है. वहीं कुछ विश्लेषक कहते हैं दक्षिण पंथ का यह विस्तार देश की विविधता के लिए चिंता की बात है. संघ की एक रिपोर्ट के अनुसार देश में 59 हज़ार शाखाएं संचालित की जा रही हैं. शाखा के…
Read Moreसबसे बड़े लोकतंत्र में धरना-प्रदर्शनों की आवाज़ क्यों नहीं सुनी जाती?
देश में चुनाव हो रहे हैं. हर तरफ लोकतंत्र, नागरिक अधिकार, संविधान की रक्षा और विकास जैसे शब्द कई तरह के नारों के साथ हर रोज़ सुनाई दे रहे हैं, लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र इन शब्दों को सही मायनों में ज़मीन पर उतारने में लगभग नाकाम ही रहा है. स्वस्थ लोकतंत्र में संवैधानिक हक़ के तौर पर देश के नागरिकों को मिले शांतिपूर्वक विरोध, धरने और प्रदर्शनों के साथ इन्हीं नागरिकों द्वारा चुनी गई सरकारों का रवैया कैसा रहा है, यह राजस्थान में पिछले कुछ सालों से चल…
Read Moreप्रियंका गांधी बार-बार अमेठी क्यों जा रही हैं?
प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में भले ही पहली बार सक्रिय हुई हैं लेकिन अमेठी और रायबरेली की राजनीति से उनका उतना ही लंबा रिश्ता है, जितना कि उनके भाई राहुल गांधी और माँ सोनिया गांधी का. इन दोनों संसदीय सीटों पर वो पिछले दो दशक लगातार आ-जा रही हैं, लोगों से मिलती-जुलती हैं और चुनाव के वक़्त कई दिन यहां समय भी देती रही हैं. लेकिन इस बार प्रियंका गांधी औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी की नेता हैं. राष्ट्रीय महासचिव हैं और उनके ज़िम्मे पूर्वांचल की क़रीब चालीस सीटें हैं…
Read Moreपीएम किसान योजना के तहत हज़ारों किसानों के खाते में डाले गए पैसे वापस लिए गए
आरटीआई के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यूको बैंक, सिंडिकेट बैंक, केनरा बैंक जैसे राष्ट्रीयकृत बैंकों ने स्वीकार किया है कि किसानों के खातों में डाले गए करोड़ों रुपये वापस ले लिए गए हैं. केंद्र की मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत किसानों को जारी की गई रकम में से करोड़ों रुपये उनके खातों से वापस ले लिए गए हैं. राष्ट्रीयकृत बैंकों में दायर किए गए सूचना का अधिकार आवेदन से इसका खुलासा हुआ है. लोकसभा चुनाव के लिए हो रहीं…
Read Moreअयोध्या जाकर भी ‘अयोध्या’ नहीं जाएंगे नरेंद्र मोदी
क़रीब पांच साल बाद चुनावी माहौल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अयोध्या के आस-पास होंगे. फ़र्क़ ये है कि पांच साल पहले यानी 2014 में और उससे भी पांच साल पहले यानी 2009 में वो फ़ैज़ाबाद ज़िले में आए थे लेकिन अब ज़िले का ही नाम बदलकर अयोध्या हो गया है. ये बात अलग है कि अयोध्या ज़िले के जिस रामपुर गांव में वो रैली करेंगे उसकी अयोध्या से दूरी क़रीब तीस किलोमीटर है जबकि इससे पहले रैली स्थलों की दूरी अयोध्या क़स्बे से महज़ दस किलोमीटर…
Read Moreमोदी के राज में खेती-किसानी चौपट
News Agency : अगस्त 2018 में आई नाबार्ड की एक रिपोर्ट बताती है कि देश भर के fifty two फीसदी से ज्यादा किसान कर्ज में डूबे हुए हैं। हर किसान पर एक लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज है। एनएसएसओ का कहना है कि किसानों पर fifty eight.4 फीसदी संस्थागत कर्ज है, वहीं 41.6 फीसदी गैर संस्थागत कर्ज है। सरकारों की ओर से की जाने वाली कर्जमाफी में संस्थागत कर्ज ही शामिल किया जाता है, जिसमें केवल फसली कर्ज के रूप में खाद और बीज जैसी चीजों के लिए लिया…
Read Moreयूपी में पांचवें चरण के चुनाव में कांग्रेस को बड़ी उम्मीद
News Agency : 6 मई को पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की fourteen लोकसभा सीटों में मतदान होना है। इनमें से twelve सीटों पर अभी बीजेपी का कब्जा है, जबकि रायबरेली और अमेठी कांग्रेस की फर्स्ट फैमिली की गढ़ मानी जाने वाली सीटें हैं। लेकिन, इस बार सपा-बसपा के एक साथ मैदान में होने से ज्यादातर क्षेत्रों में समीकरण बदला हुआ है। महागठबंधन से मिल रही कठिन चुनौती के बावजूद, बीजेपी हर हाल में अपनी सीटें बरकरार रखना चाह रही है। वहीं कांग्रेस को उम्मीद है कि वह न केवल…
Read Moreमोदी के सामने खड़ा होकर पुलवामा पर सवाल करूंगाः तेज बहादुर यादव
समाजवादी पार्टी ने बीएसएफ़ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव को वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ उम्मीदवार बनाया है. निर्दलीय उम्मीदवारी करने वाले तेज बहादुर अब प्रधानमंत्री के सामने महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे. बीबीसी से बात करते हुए तेज बहादुर ने कहा कि उन्होंने सभी दलों को पत्र लिखा था जिसके बाद समाजवादी पार्टी की ओर से उन्हें फ़ोन आया. उन्होंने कहा, “मैंने वाराणसी पहुंचने के बाद सभी दलों को चिट्ठी लिखी थी और किसानों, सैनिकों और बेरोज़गारों के हितों की बात करने वाली पार्टियों से अपने चुनाव…
Read More